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आगम (३६)
“व्यवहार” - छेदसूत्र-३ (मूल) ---------- उद्देश: ---------
---------- मूलं [-]---------- मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित.........आगमसूत्र - [३६], छेदसूत्र - [3] "व्यवहार" मूलं
पूज्य आगमोद्धारक आचार्य श्री आनंदसागर सूरीश्वरजी संशोधित: संपादितश्च
व्यवहार सूत्र
मुद्रित पृष्ठरुपं - शत्रुजयतीर्थे शीलोत्कीर्ण: -सुरतनगरे तामपत्रोत्कीर्ण
"आगममंजुषा या: उद्धृत-छेदसूत्रम्
वीर संवत २४६८
विक्रम संवत १९९८
सन् १९४२
व्यवहार -छेदसूत्रस्य "टाइटल पेज"