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________________ (२२५) पादुका - लेखः संवत् १४९१ वर्षे माघ सुदि ५ दिने बुधे ऊकेशवंशे नवलखागोत्रे साधु श्रीरामदेव भार्या मालादे तत्पुत्र साधु श्रीसहणपालेन भार्या नारिंगदे पुत्र रणमल्लादि सहितेन देवकुलपाटके पूर्वांचलगिरा श्रीशत्रुंजयावतार मोरनागकुरिका सहिता प्रति० श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनवर्द्धनसूरिपट्टे श्रीजिनचन्द्रसूरि तत्पट्टे श्रीजिनसागरसूरिभिः । (२२६) अम्बिकामूर्तिः सं० १४९१ माघ सुदि ५ बुध ओसवंशे संखवालेचागोत्रे सा० बीका पुत्र भोजाकेन गोत्रदेवी अम्बिका कारिता प्रति० श्रीजिनसागरसूरिभिः । २२७ ) जिनचन्द्रसूरिमूर्तिः संवत् १४९१ वर्षे माह सुदि ५ बुधे नवलक्षगोत्रे सा० सहजपालेण (न) स्वपुण्यार्थे (र्थं) श्रीजिनवर्धनसूरिपट्टे श्रीजिनचन्द्रसूरीणां मूर्त्तिः प्र० श्रीजिनसागरसूरिभिः ॥ (२२८) वासुपूज्य - पञ्चतीर्थी : संवत् १४९१ वर्षे माह सुदि ६ बुधे उप० बोहड़ वर्धमानगोत्रे सा० राणा भा० सूहवदे पु० महिपा मोकल श्रेयोर्थं श्रीवासुपूज्य बिंबं कारितं खरतरगच्छे श्रीजिनचन्द्रसूरिपट्टे श्रीजिनसागरसूरि प्रति० ॥ (२२९) आदिनाथ- पञ्चतीर्थी : सं० १४९१ वर्षे फागण वदि ३ दिने मंत्रिदलीयवंशे मडवाड़ाभिधाननात्र सा० रत्नसींह पुत्र सा० खेताकेन श्रीआदिनाथबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीजिनसागरसूरिभिः श्रीखरतरगच्छे। ( २३० ) अजितनाथ - पञ्चतीर्थी : सं० १४९१ फाल्गुन शु० १२ गुरौ उपकेशज्ञातौ छाजहड़गोत्रे मं० बेगड़ भा० कउतिगदे पु० भुणपालेन भा० हिमादे श्रेयोर्थं श्री अजितनाथबिंबं का । प्र । खरतरगच्छे श्रीजिनधर्मसूरिभिः ॥ शुभं ॥ ( २३१ ) नेमिनाथ- पञ्चतीर्थी : सं० १४९२ वर्षे कार्ति० व० १० रवौ श्रीमालज्ञातीय गोत्रि लाडणु वा०सा० पहसज ( ? ) सुत तेजा खरतरगच्छे श्रीकीर्तिराजोपाध्या "श्रीनेमिनाथ २२५. ऋषभदेव जिनालय, देलवाड़ा, मेवाड़ : पू० जै०, भाग २, लेखांक १९९४ २२६. महावीर जिनालय, वैदों का चौक, बीकानेर : ना० बी०, लेखांक १२३१ २२७. ऋषभदेव जी का मंदिर, देवकुलपाटक : देवकुलपाटक, लेखांक ९; पार्श्वनाथ जिनालय, देलवाड़ा, मेवाड़: पू० जै०, भाग २, लेखांक १९८९; प्रा० ले० सं०, लेखांक १५२ २२८. पंचायती मंदिर, लश्कर, ग्वालियर, पू० जै०, भाग २, लेखांक १३६६ २२९. चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर : ना० बी०, लेखांक ७५५ २३०. चन्द्रप्रभ जिनालय, जैसलमेर : ना० बी०, लेखांक २७४० २३१. मनमोहन जी की शेरी, फोफलिया वाडा, पाटण : भो० पा०, लेखांक २६१ (खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रह: Jain Education International For Personal & Private Use Only ((४७) www.jainelibrary.org
SR No.004075
Book TitleKhartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2005
Total Pages604
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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