SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 522
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शासनप्रभावक श्री १००८ श्रीकान्तिसागरजी महाराज एवं व्याकरण-न्यायतीर्थ साहित्यशास्त्री मुनिराज श्रीदर्शनसागरजी महाराज के सानिध्य में उपध्यानतप शुरू होकर १४ को माल उत्सव के उपलक्ष में उपधान तपस्वीयों की ओर से यह पट्ट बनवाया गया। __ (२७०० ) केसरियानाथ-पादुका लूणावत फकीरचन्द तत्पुत्र रतनलाल माणकचंद धरमचंद प्रतिष्ठितं वि० सं० २०२६ ज्ये० सु०६ खरतरगच्छ जिनआनंदसूरि पट्टे उदयसागरेण (२७०१) ऋषभदेवः यह बिम्ब ढढ्ढागोत्रे पदमसी नेनसी अजमेर निवासी ने भराया सिंघवी गोत्रे तेजराज तत्पुत्र वीरधराज तत्पुत्र हरकराज उत्तमराज पदमराज रिखबराज धणसीजी निवासी वि० सं० २०२६ ज्ये० सु०६ गुरुवासरे प्रतिष्ठितं खरतरगच्छाचार्य जिनआनंदसूरि पट्टे उदयसागरेण कारापितं (२७०२) चन्द्रप्रभः यह बिम्ब ढढ्ढागोत्रे पदमसी नेनसी अजमेर निवासी ने भराया सिंघवी गोत्रे पदमचन्द वीजापुर वि० सं० २०२६ ज्ये० सु० ६ गुरुवासरे खरतरगच्छाचार्य जिनआनंदसूरि पट्टे उदयसागरेण प्रतिष्ठितं कारापितं (२७०३) वासुपूज्यः श्रीमाल वंशे महेमवालगोत्रे मेघराज भार्या अनुराधाबेन तत्पुत्र छगनलाल जवाहरलाल कारापितं वि० सं० २०२६ ज्ये० सु० ६ गुरु हैद्राबाद नगरे खरतरगच्छे जिनआनंदसागरसूरि पट्टे उदयसागरेण (२७०४) शांतिनाथः यह बिंब ढढ्ढागोत्रे पदमसी नेनसी अजमेर निवासी ने भराया कोचर गोत्रे मेघराज भार्या चांदबाई तत्पुत्र जयकुमार वि० सं० २०२६ ज्ये० सु० ६ गुरु खरतरगच्छाचार्य श्रीआनंदसूरिपट्टे उदयसागरेण प्रतिष्ठा कारापितं (२७०५) पार्श्वनाथः यह बिम्ब ढढ्ढागोत्रे पदमसी नेनसी अजमेर निवासी ने भराया कीमतीगोत्रे पन्नालाल रामलाल तत्पुत्र सम्पतलाल भार्या मदनबाई परिवारेन प्रतिष्ठितं वि० सं० २०२६ ज्ये० सु० ६ गुरुवासरे खरतरगच्छाचार्य जिनआनंदसूरि पट्टे उदयसागरेण प्रतिष्ठा कारापितं २७००. अजितनाथ पार्श्वनाथ मंदिर, हैदराबाद २७०१. अजितनाथ पार्श्वनाथ मंदिर, हैदराबाद २७०२. अजितनाथ पार्श्वनाथ मंदिर, हैदराबाद २७०३. अजितनाथ पार्श्वनाथ मंदिर, हैदराबाद २७०४. अजितनाथ पार्श्वनाथ मंदिर, हैदराबाद २७०५. अजितनाथ पार्श्वनाथ मंदिर, हैदराबाद (खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रह:) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004075
Book TitleKhartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2005
Total Pages604
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy