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________________ ' (१५०५) महावीरः ॥ सं० १७७२ वर्षे फाल्गुण सुदि ८ .............................श्रीमहावीरबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं......................श्रीबृहत्खरतरगच्छे श्रीजिनचंद्रसूरिभिः॥ (१५०६) राजसिद्धि-पादुका सं० १७७५ व० श्रीसाध्वी राजसिद्धि गणिनी पादुके कारिते श्च षण(?) श्राविकाभिः श्रादी क मर........... ............(?) (१५०७) सुखलाभ-पादुका सं० १७७६ वर्षे पौष वदि ६ दिने महोपाध्याय श्रीसुखलाभगणयो दिवं प्राप्तास्तेषां पादन्यास । खरतरे..................। (१५०८) पार्श्वनाथः सं० १७७७ वर्षे ज्येष्ठ सुदि पूर्णिमा तिथौ गुरुवारे मूलनायक श्रीपार्श्वनाथ जिनपञ्चतीर्थीजिनैः प्रतिष्ठितं श्रीबहतपरमभट्टारक श्रीजिनसखसरीश्वराणां उपाध्याय श्रीक्षेत्रराम गणिभिः॥ श्रीरस्तु॥ कारितं चैतत् गणधर चौपड़ागोत्रे शाह श्रीलालचंदजी पुत्ररत्न श्रीकपूरचंदजीकेन स्वपुन्यविवृद्ध्यर्थं ॥ शुभं भवतु॥ श्रीआदिजिनबिंबं॥ नेमिनाथजिनबिंबं॥ श्रीशांतिजिनबिंबं॥ श्रीमहावीरस्वामीबिंबं॥ (१५०९) ठाकुरसीजी-पादुका ॥ संवत् १७७९ वर्षे मिति ज्येष्ठ सुदि ७ शुभे दिने महोपाध्याय श्रीकाशीदासजी शिष्य वा० श्रीठाकुरसीजी गणि उसये (?) पादुका कारिते। सिलावट खेतावत श्रीरस्तु॥ . (१५१०) पादुकालेखः सम्वत् १७८० वर्षे मिति माह वदि ३ वार गुरु दिने कारितमिदं पंडित मुनिभद्रगणिवरेण प्रतिष्ठितश्च विधिना उ० श्रीकर्पूरप्रिय गणिभिः................कास्माबाजार...............। (१५११) जिनसुखसूरि-पादुका संवत् १७८० वर्षे शाके १६४५ प्रवर्त्तमाने ज्येष्ठमासे कृष्णपक्षे १० तिथौ शनिवारे भट्टारक श्रीजिनसुखसूरिजी देवलोकं गतः तेषां पादुके श्रीरेणी मध्ये भट्टारक श्रीजिनभक्तिसूरिभिः प्रतिष्ठितं शुभंभूयात्। माह सुदि६ तिथौ। १५०५. मेड़तासिटी उप० ग० शांतिनाथ मंदिर : प्र० ले० सं०, भाग १, लेखांक ११०६ । १५०६. ऋषभदेव जी का मंदिर, नाहटों में, बीकानेर : ना० बी०, लेखांक १४७१ १५०७. शीतलनाथ जी का मंदिर, रिणी : ना० बी०, लेखांक २४६१ १५०८. पद्मप्रभ स्वामी का मंदिर, चुड़ीवाली गली, लखनऊ : पू० जै,भाग २, लेखांक १५५७ १५०९. दादाबाड़ी, मेड़ता सिटीः प्र० ले० सं०, भाग २, लेखांक ३३२ १५१०. नमिनाथ जी का मंदिर, कासिमबाजार, अजीमगंज : पू० जै०, भाग १, लेखांक ८१ १५११. शीतलनाथ जिनालय, रिणी : ना० बी०, लेखांक २४५९ (२७०) (खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रहः) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004075
Book TitleKhartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2005
Total Pages604
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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