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________________ पिंड प्रकृति 1. गति नाम कर्म 2. जाति 3. शरीर 4. अंगोपांग 5. बंधन 6. संघातन 7. संघयण 8. संस्थान 9. वर्ण 10. गंध 11. रस 12. स्पर्श 13. आनुपूर्वी 14. विहायोगति गति नाम 1 नरक गति 2. तिर्यंच 3. मनुष्य 4. देव प्रत्येक प्रकृतियाँ 1. पराघात नाम कर्म 2. उच्छवास नाम कर्म Jain Education International नाम कर्म की उत्तर प्रकृतियाँ त्रास दशक 1. त्रस नाम कर्म 2. बादर 3. पर्याप्त 4. प्रत्येक शरीर 5. स्थिर 3. आतप नाम कर्म 4. उद्योत नाम कर्म जाति नाम 1. एकेन्द्रिय 2. बेइन्द्रिय 3. इन्द्रिय 4. चउरिन्द्रिय 5. पंचेन्द्रिय 5. अगुरू लघु नाम कर्म 6. तीर्थंकर नाम कर्म 7. निर्माण नाम कर्म 8. उपघात नाम कर्म संघातन नाम 1. औदारिक शरीर संघातन 2. वैक्रिय शरीर संघातन 3. आहारक शरीर संघातन 4. तैजस शरीर संघातन 5. कार्मण शरीर संघातन 6. शुभ 7. सुभग 8. सुस्वर 9. आय 10. यश: कीर्ति 14 पिंड प्रकृतियों के आवान्तर भेद शरीर नाम शरीर अंगोपाग 1. औदारिक शरीर 2. वैक्रिय शरीर 1. औदारिक अंगोपांग 2. वैक्रिय अंगोपांग 3. आहारक अंगोपांग 3. आहारक शरीर 4. तैजस शरीर 5. कार्मण शरीर संहनन (संघयण) 1. वज्र ऋषभ नाराच संघयण 2. ऋषभ नाराच संघयण 3. नाराच संघयण 4. अर्धनाराच संघयण 5. सेवार्त संघयण स्थावर 1. स्थावर नाम कर्म 2. सुक्ष्म 3. अपर्याप्त 89 For Personal & Private Use Only. 4. साधारण शरीर 5. अस्थिर 6. अशुभ 7. दुर्भग 8. दुःस्वर 9. अनादेय 10. अयश: कीर्ति शरीर बंधन नाम 1. औदारिक शरीर बंधन 2. वैक्रिय शरीर बंधन 3. आहारक शरीर बंधन 4. तैजस शरीर बंधन 5. कार्मण शरीर बंधन वर्ण नाम संस्थान नाम 1. समचतुरस्र संस्थान 2. न्यग्रोध परिमंडल 3. सादि 4. कुब्ज 5. वामन 6. हुण्डक 1. रक्त 2. पील 3. कृष्ण 4. हरा 5. श्वेत www.jainelibrary.org
SR No.004053
Book TitleJain Dharm Darshan Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNirmala Jain
PublisherAdinath Jain Trust
Publication Year2011
Total Pages138
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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