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प्रतिमालेख/शिलालेख | प्राप्तिस्थान
सन्दर्भ ग्रन्थ
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क्र० वि०सं० | तिथि/मिति प्रतिष्ठापक आचार्य
या मुनि का नाम १००. १४११ | आषाढ़ सुदि ३ | परमानन्दसूरि के शिष्य
शनिवार
अध्याय-५
कायोत्सर्ग प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख
| शांतिनाथ जिनालय, | मुनि जयन्तविजय, आबू, भाग ५, | दीयाणा
लेखांक ४९१.*
१०१. १४१२
.......वदि १
| आबू, भाग ५, लेखांक १२०.
। देवेन्द्रसूरि के पट्टधर दरवाजे के ऊपर उत्कीर्ण | महावीर जिनालय. जिनचंद्रसूरि के पट्टधर | लेख
जीरावला रामचन्द्रसूरि
१४१४ | ज्येष्ठ वदि १३ | अमरचन्द्रसूरि
नेमिनाथ की धातु की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख
| अजितनाथ देरासर, | बुद्धिसागरसूरि, पूर्वोक्त, भाग १, वीरमगाम
लेखांक १४९०.
रविवार
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१४१७ | ज्येष्ठ सुदि ९ | विजयसेनसूरि
के शिष्य रत्नाकरसूरि
आदिनाथ की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख
चिन्तामणि जी का | नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक ४३८. मन्दिर, बीकानेर
स्तम्भलेख
१०४. १४१७ | आषाढ़ सुदि ५ | मुनिशेखरसूरि
गुरुवार
लूणवसही, आबू | मुनि जयन्तविजयजी, आबू, भाग २
लेखांक ३८०.
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|१०५. १४१८ | वैशाख सुदि ७ | हेमरत्नसूरि के पार्श्वनाथ की | अनुपूर्ति लेख, आबू | वही, लेखांक ५७४.
पट्टधर रत्नशेखरसूरि प्रतिमा पर (प्रतिमा प्रतिष्ठा हेतु उत्कीर्ण लेख
उपदेशक) * जैनप्रतिमालेखसंग्रह लेखांक ३३१ में सम्पादक दौलत सिंह लोढ़ा ने वि०सं० १४११ को १०११ पढ़ा है जो भ्रामक है.