SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 73
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jinlucatio वि० सं० | तिथि/मिति प्रतिष्ठापक आचार्य या मुनि का नाम | प्रतिमालेख/शिलालेख | प्राप्तिस्थान सन्दर्भ ग्रन्थ ७८. | (१३)५७ | फाल्गुन सुदि ७ | वादिदेवसूरि के संतानीय | महावीर की धातु प्रतिमा | चिन्तामणिजी का गुरुवार धर्मदेवसूरि पर उत्कीर्ण लेख | मंदिर, बीकानेर | नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक २३०. वही, लेखांक २१९. |७९. | १३५९ । श्रावण सुदि ९ | जयमंगलसूरि के शिष्य | शांतिनाथ की धातु प्रतिमा | वही अमरचंद्रसूरि पर उत्कीर्ण लेख ८०. | १३६० | आषाढ़ वदि ४ | मानदेवसूरि के शिष्य सर्वदेवसूरि के शिष्य पं० उदयचन्द्र हस्तिशाला का | शिलालेख । लूणवसही, आबू । मुनि जयन्तविजय जी, पूर्वोक्त, लेखांक ३१८. For Personal & Privaguse Only यशोभद्रसूरि १३६७ | माघ वदि ९ गुरुवार महावीर की प्रतिमा पर | चिन्तामणि जी का | नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक २३८. उत्कीर्ण लेख मन्दिर, बीकानेर १३६८ वादिदेवसूरि के गच्छ के | पार्श्वनाथ की धातु-प्रतिमा | वही धर्मदेवसूरि का लेख वही, लेखांक २४३. mmom ईई....... वही, लेखांक २४७. ८३. | १३६९ | फाल्गुन वदि २ | पद्मदेवसूरि के सोमवार शिष्य वीरदेवसूरि चौबीसी पट्ट पर उत्कीर्ण लेख www.jainrary.org बृहद्गच्छ का इतिहास | १३६९ आणंदसूरि एवं हेमप्रभसूरि श्वे० जैन मन्दिर, | मुनि कांतिसागर, सम्पा०- जैनधातु - In नागपुर प्रतिमालेख, लेखांक २४.
SR No.004033
Book TitleBruhad Gaccha ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2013
Total Pages298
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy