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________________ बृहद्गच्छीय लेख समुच्चय (१३९) पद्मप्रभ - पंचतीर्थी : सं० १४७२ फागुण सुदि ९ शुक्रे श्री बृहद्गच्छे उपकेशवंशे सा० सोढा भा० मोहणदे पु०सा० हाडाकेन पितृ श्रेयोर्थं श्रीपद्मप्रभबिंबं कारितं प्रति० श्रीगुणसागरसूरिभिः ॥ (१३२) शांतिनाथ - पंचतीर्थी : २३९ संवत् १४७२ वर्षे फाल्गुन शुक्ला ९ शुक्रे ऊकेश वंशे श्रे० टापर भार्या माल्ही पुत्र लाखमण छाभाकेन पित्रोः श्रेयसे श्रीशांतिनाथबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं च श्री बृहद्गच्छे श्री कमलचन्द्रसूरिभिः ॥ (१३३) नमिनाथ- पंचतीर्थी : संवत् १४७२ वर्षे फाल्गुन सुदि ९ शुक्रे ऊकेश ज्ञातीय मलाण पुत्र गेलाकेन पित्र पितृव्य भ्रातृ निमित्तं श्रीनमिनाथ बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं च श्रीबृहद्गच्छे श्री कमलचंद्रसूरिभिः ।। (१३४) सपरिकर पार्श्वनाथ चौबीसी - पंचतीर्थी : ॥ संवत् १४७२ वर्षे श्री श्रीमाल ज्ञा० श्रेष्टि गोवल भा० बा० तहकूसुत वर्द्धमानेन आत्मश्रेयसे श्रीपार्श्वनाथचतुर्विंशतिपट्टः कारित: 1 प्रतिष्ठिता श्रीजयतिलकसूरिभिः बृहद्गच्छेयम् ॥ (१३५) पद्मप्रभ - पंचतीर्थी : संवत् १४६२ वर्षे फागुण सुदि ९ शुक्रे श्रीबृहद्गच्छे उपकेशवंशे सा० सोढा भा० मोहणदे पु०सा० हाडाकेन पितृ श्रेयोर्थं श्रीपद्मप्रभबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीगुणसागरसूरिभिः । (१३६) मुनिसुव्रत - पंचतीर्थी : संवत् १४७३ वर्षे माह सुदि ९ बुधवासरे उपकेशज्ञातीय व्य० धर्मा भा० रत्नादे पु० गोइंद पितृ-मातृ श्रेयसे श्रीमुनिसुव्रतस्वामिबिंबं का०प्र० श्रीबृहद्गच्छे श्रीकमलचंद्रसूरिभिः ॥ छ ॥ १३१. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै० ले०सं०, लेखांक ६६२. १३२. पुरातत्त्व संग्रहालय, सिरोही, अ०प०जै०धा०प्र०, लेखांक १११, पृष्ठ ६५. १३३. पुरातत्त्व संग्रहालय, सिरोही, वही, लेखांक ११२, पृष्ठ ६५. अहमदाबाद, J. I. I.A, No. 88. १३४. भगवान् वासुपूज्य का मंदिर, शेखनो पाडो, १३५. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी०जै० ले०सं०, लेखांक ६६२. १३६. मुनिसुव्रतकी प्रतिमा माणिकसागर जी का मंदिर, कोटा, प्र०ले०सं०, भाग १, लेखांक २१२. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004033
Book TitleBruhad Gaccha ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2013
Total Pages298
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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