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________________ बृहद्गच्छीय लेख समुच्चय २२७ (७०) नेमिनाथः सं० १३४३ माघ सुदि १० शनौ बृ० श्रीहरिभद्रसूरिशिष्यैः श्रीपरमानंदसूरिभिः प्रतिष्ठितं प्राग्वाटज्ञा० श्रे० माहिल्लपुत्र श्रे० थिरदेव श्रे० धामड थिरदेवभार्या माउ (*) पुत्र वीरचंद्र आद्यभार्या आसमतिपुत्र श्रे० अभयसिंह भार्या सोदु द्वि० वील्ह (ण) पुत्र भीमसिंह खीमसिंह देवसिंह नरसिंह वील्हणपुत्रिका हीरल प्रथमपुत्र प(*)। --------- लिंबिणिपुत्र जयतसिंह द्वि० पुत्र भार्या खेतलदेवि पु० रिणू तृती० भार्या देवसिरिपुत्र सामंतसिंह चतु० भार्या ना---------- देवी पंचमभार्या विजयसिरि पभृतिकुटुंबसहितेन श्रीनेमिनाथबिंबं श्रीमद्रिष्टनेमिभवने आत्मश्रेयोर्थं श्रेष्ठिवीरचंद्रेन कारितं ॥ (७१) शिलालेख ॥ ॐ ॥ प्राग्वाटवंशे श्रे० वाहडेन श्रीजिन(*)चंद्रसूरिसदुपदेशेन पादपराग्रामे उं(*)देरवसहिकाचैत्यं श्रीमहावीरप्रतिमा(*)युतं कारितं। तत्पुत्रौ ब्रह्मदेव शरणदे(*)वौ। ब्रह्मदेवेन सं० १२७५ अत्रैव श्रीने(*) मिमंदिरे रंगमंडपे दाढाधर: कारितः ॥ (*) श्रीरत्नप्रभसूरिसदुपदेशेन। तदनुज श्रे० (*) सरणदेवभार्या सूहडदेवि तत्पुत्राः श्रे०(*) वीरचंद्र पासड आंबड रावण। यैः श्रीपर(*)मानंदसूरिणामुपदेशेन सप्ततिशततीर्थं का(*) रितं ।। सं० १३१० वर्षे। वीरचंद्रभार्या सुषमिणि (*)पुत्र पुनाभार्या सोहग पुत्र लूणा झांझण । आं(*)बडपुत्र बीजा खेता । रावणभार्या हीरू पुत्र वो० (*)डा भार्या कामलपुत्र कडुआ द्वि० जयता भार्या मूंट(*)या पुत्र देवपाल । कुमारपाल तृ० अरिसिंह ना(*)गउरदेविप्रभृतिकुटुंबसमन्वितैः श्रीपरमा(*)नंदसूरीणामुपदेशेन सं० १३३८ श्रीवासुपूज्य(*) देवकुलिकां। सं० १३४५ श्रीसंमेताशिखर(*)तीर्थे मुख्यप्रतिष्ठां महातीर्थयात्रां विधाप्या(*) त्मजन्म एवं पुण्यपरंपरया सफलीकृत:(तं) ।। (*) तदद्यापि पोसीनाग्रामे श्रीसंघेन पूज्यग्राम (मान ?) (*) मस्ति ॥ शुभमस्तु श्रीश्रमणसंघप्रसादतः ॥ (७२) मुनिसुव्रत-पंचतीर्थी : सं० १३४६ आषाढ़ वदि १ शुक्रे श्रीबृहद्गच्छ उपकेशज्ञातीय श्रे० अल्हण पुत्र गांगा भार्या जिरोत श्रेयसे श्रीमुनिसुव्रतबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीदेवेन्द्रसूरिभिः । ७०. नेमिनाथ जी का मंदिर, आरासणा, आ० अ० कु०, लेखांक ४०. ७१. देवकुलिका में उत्कीर्ण लेख, नेमिनाथ जी का मंदिर, आरासणा, अ०प्र० जै०ले० सं० (आबू, भाग ५), लेखांक ३०, तथा आ०अ०कु० लेखांक १३ ७२. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, बी० जै० ले०सं०, लेखांक २०२. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004033
Book TitleBruhad Gaccha ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2013
Total Pages298
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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