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। आनन्य प्रवचन व भाग
आनन्द प्रवचन : दसवां भाग
प्रकाशक श्री रत्न जैन पुस्तकालय २५८६, महात्मा गांधी रोड पो० अहमदनगर (महाराष्ट्र)
प्रथमबार : जून १६८० वि० सं० २०३७ ज्येष्ठ (द्वितीय) वीर निर्वाण सं० २५०७
• पृष्ठ ४२४
• प्रथम संस्करण
२२०० प्रतियाँ
मुद्रक श्रीचन्द सुराना के लिए मॉडर्न प्रिण्टर्स बाग मुजफ्फर खाँ, आगरा
मूल्य-बीस रुपये मात्र
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