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कुत्ते के काटने पर हम कुत्ते से डरने लगते हैं। यह दैहिक - स्तर पर होने वाला फोबिया है, लेकिन नदी में डूबते हुए बचा लिये गये व्यक्ति के मन में जो भय बना है, वह मानसिक स्तर का 'फोबिया' है। सैलिगमेन एवं रोजेनहान ( Seligman & Rosenhan, 1998) ने दुर्भीति को इस प्रकार परिभाषित किया है – “दुर्भीति एवं सतत डर प्रतिक्रिया है, जो खतरे के वास्तविकता के अनुपात से परे होता है । " मनोवैज्ञानिकों ने बहुत से प्रकार के भय के स्थायी भावों (फोबिया) का वर्णन किया है, जो विशेष स्थितियों में उत्पन्न होते हैं। जिनमें से कुछ निम्नवत हैं
33
Acro Phobia34
Agora Phobia
Algo phobia
Astra phobia
Claustro phobia
Hemato phobia
High place
Open place
Pain
Storms,
lighting closed places
blood
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thunder
Mysophobia
Contamination or germs
Monophobia
being alone
Nyctophobia
Darkness
Ocholophobia Crowds
Pathophobia
Desease
Pyrophobia
Syphilophobia
Zoophobia
Fire
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ऊँचाई को देखने से,
खुले स्थान को देखने से,
दर्द के कारण,
and तूफान, बिजली आदि के कारण,
बंद स्थान को देखकर,
खून को देखकर,
भ्रष्टता और कीड़ों के कारण,
अकेले रहने के कारण,
अंधेरे के कारण,
भीड़भाड़ के कारण,
बीमारियों के कारण,
आग के कारण,
Syphilis
उपदंश रोग के कारण,
Animal or some perticular जानवर और विशेष प्रकार के जानवर को देखने पर,
animal
33 A phobia is persistent fear reaction that is strongly out of proportion on the reality of the danger - Seligman & Rosenhan : Abnormality 1998, P. 125
34 Abnormal Phychology and Modern life - (James C. Coleman P. N. 128)
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