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भगवत्ता फैली सब ओर 'अष्टपाहुड' पर महोपाध्याय श्री चन्द्रप्रभसागर के प्रवचन
श्री अमरचन्द कोठारी, कलकत्ता द्वारा साहित्य-विस्तार योजना के अन्तर्गत प्रकाशित
प्रकाशक : श्री जितयशाश्री फाउंडेशन, ६-सी, एस्प्लानेड रो ईस्ट, कलकत्ता-७०० ०६६
प्रकाशन-वर्ष : १६६१
मूल्य : दस रुपये
अवतरण : श्री माणक मोट मणि
श्री राजन्द्र गैरोला
छायांकन : श्री महेन्द्र भंसाली
मुद्रक : भारत प्रिण्टर्स (प्रेस) जालोरी गेट, जोधपुर.
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