________________
किसी भी हीरे में चमक नहीं आ सकती।
केरियर और कामयाबी अलग-अलग नहीं हैं। अच्छे कैरियर का परिणाम ही कामयाबी है
और कामयाबी की नींव का नाम ही कैरियर है। हरेक को अपना कैरियर बनाने का अधिकार है। चाहे लडकी हो या लडका, जिसने भी उच्च शिक्षा प्राप्त की है, उन्हें अपना अच्छा कैरियर बनाना ही चाहिए। लड़कियाँ जो इंजीनियर, डॉक्टर, एम.बी.ए., सी.ए. कर चुकी हैं, उन्हें अपनी शिक्षा का सदुपयोग अवश्य करना चाहिए। अब वह जमाना बीत गया कि केवल पुरुष ही कमाएँगे। समृद्धि होनी चाहिए, यह देश ग़रीब नहीं रहना चाहिए। धर्म कभी ऐसी प्रेरणा नहीं देता कि हम ग़रीब रहें। धर्म अपरिग्रह की प्रेरणा देता है और अपरिग्रह की तभी सार्थकता है जब व्यक्ति समृद्ध होने के बाद परिग्रह का त्याग करता है।
ग़रीबी तो देश के लिए, समाज के लिए, परिवार के लिए, व्यक्तिगत जीवन के लिए ग़रीबी अभिशाप है। अब घर के सब पुरुषों और महिलाओं को आगे आना चाहिए, और अपने घर के खण्डप्रस्थ को इन्द्रप्रस्थ बनाने का ख़ास प्रयास करना चाहिए। अमीर पिता का पुत्र अगर अमीर है तो इसमें नाम क्या? हाँ, गरीब घर में जन्म लेकर भी जो युवा धनवान बनता है तो यह उसके सपनों का सच होना है, उसकी जिजीविषा और उसके पुरुषार्थ का सफल होना है। आपके हाथ में भाग्य की, जीवन की, हृदय और मस्तिष्क की रेखा होती है, लेकिन पुरुषार्थ की कोई रेखा नहीं होती। पुरुषार्थ ख़ुद को करना होता है तभी भाग्य और जीवन की रेखा सार्थक हो पाती है। भाग्य की रेखा भगवान् बनाते हैं, पर पुरुषार्थ की रेखा आप स्वयं बनाइए।
अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ग़रीब घर में पैदा हुए थे। हमारे राष्ट्रपति ए.पी.जे. कलाम भी गरीब घर में ही जन्मे थे और अपनी पाठ्य पुस्तकों की व्यवस्था करने के लिए इमली के बीजों को इकट्ठा करके
15 For Personal & Private Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org