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________________ नीलगाय लोहियगे य हालिडगा य सुकिलए य सिय कालगा य नीलगाय लोहियगा य हालिदए य सुकिलए य एए पंचसंजोएणं छब्वीमं भंगा भवंति एवामेव सपुच्वावरेणं एकगदुयगतियगचउक्कगपंचगसंजोएहिं दो एकतीसं भंगसया भवंति, गंधा जहा सत्तपएसियस्स, रसा जहा एयस्स श्रेव बन्ना, फासा जहा चउप्पएसियस्स. नवपएमियस्स पुच्छा, गोयमा ! सिय एगवन्ने जहा अट्टपएसिए जाब सिय चउफासे पं०, जइ एगवन्ने एगवन्नदुवन्नतिवन्नचउवना जहेब अट्टपएसियम्स, जड पंचवने सिय कालए य नीलए य लोहियए यहालिइए य सुकिलए ये सिय कालगे य नीलगे य लोहियए य हालिए य सुकिलगा य एवं परिवाडीए एकतीसं भंगा भाणियव्वा. एवं एकगदुयगतियगचउकगपंचगमंजोएहिं दो छत्तीसा भंगसया भवति, गंधा जहा अट्टपएसियस्स, रसा जहा एयस्स चैव बन्ना, फासा जहा चउपएसियस्स. दसपएसिए णं भंते! बंधे पुच्छा. गोयमा सिय एगबन्ने जहा नवपएसिए जाव सिय चउफासे पं०, जइ एगवन्ने एगवन्नदुवन्नतिवन्नचउवन्ना जहेब नवपएसियस्स, पंचचन्नेऽवि तहेव नवरं बत्तीसतिमो भंगो भन्नति, एवमेते एकगदुयगतियाचकपंच संजोए दोन्नि सन्ततीसा भंगसया भवति, गंधा जहा नवपएसियरस, रसा जहा एयस्स चैव बन्ना, फास: जहा चउप्पएसियम्स, जहा दसपएसओ एवं संखेजपएसिओऽवि, एवं असंखेजपएसिओऽवि, सहमपरिणओऽवि अनंतपएसिओऽवि एवं चैव । ६६९ । वायरपरिणए णं भंते! अणतपसिए खंधे कतिवने एवं जहा अट्टारसमसए जाब सिय अट्ठफासे पं०, वन्नगंधरसा जहा दसपएसियस्म, जइ चउफासे सव्वे कक्खड़े सब्बे गरुए सब्बे सीए सच्चे निदे सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए मच्चे सीए मब्वे क्से सच्चे कक्खड़े सब्वे गरुए सब्बे उसिणे सधे निद्धे समे कखडे सङ्घे गए सबै उसिणे सच्चे लुकुखे सब्वे फक्खडे सब्वे लहुए सब्वे सीए मध्ये लक्खे मध्ये कक्खडे सध्ये लहुए सच्चे सीए सच्चे लुकखे सब्बे कक्खडे सब्वे लहुए सब्वे उसिणे सब्वे निदे सच्चे कक्खडे सच्चे लहुए सच्चे उसिणे सव्वे लुक्खे सव्वे मउए मध्ये गरुए मध्ये सीए सब्वे निदे सव्वे मउए मध्ये गरुए सब्वे सीए सच्चे लक्खे सब्बे मउए सब्बे गरु सब्बे उक्षिणे सच्चे निदे सच्चे मउए सब्वे गरुए सच्चे उसिणे सब्वे लकवे सच्चे मउए सच्चे लहुए मध्ये सीए सब्बे निदे सच्चे मउए सब्बे लहुए सब्बे सीए सब्बे लक्खे सब्वे मउए सब्वे लहुए सच्चे उसिणे सव्वे निद्धे सब्वे मउए सब्बे लहुए सच्चे उसिणे सब्बे लक्खे एए सोलस भंगा. जड़ पंचफासे सब्वे कक्खड़े सवे गरुए सब्बे सीए देसे निद्धे देसे लक्खे, सव्वे कक्खड़े सब्वे गरुए सब्वे सीए देसे निदे देसा लुक्खा, सब्बे कक्खडे सव्वे गरुए सच्चे सीए देसा निहा देसे लक्खे, सब्वे कक्खड़े सवे गए सब्बे सीए देसा निदा देसा लक्खा, सव्वे कक्खडे सव्वे गरुए सच्चे उसिणे देसे निदे देसे लक्खे ४ सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए सव्वे सीए देसे निदे देसे लुक्से ४ सध्ये कक्खडे सच्चे लहुए सब्बे उसिणे देसे निदे देसे लकखे ४ एवं एए कक्खडेणं सोलस भंगा, सच्चे मउए सव्वे गरुए सच्चे सीए देसे निदे देसे लुक ४ एवं मउएणवि सोलस भंगा, एवं बत्तीसं भंगा, सब्वे कक्खडे सव्ये गरुए सब्वे निदे देसे सीए देसे उसिणे ४ सच्वे कक्खडे सब्वे गरुए सब्बे लुकखे देसे सीए देखे उसिणे ४ एए बत्तीसं भंगा, मध्ये कक्खडे सध्ये सीए सब्वे निद्धे देसे गरुए देसे लहुए एत्थवि बत्तीसं भंगा, सब्वे गरुए सच्चे सीए सच्वे निद्धे देसे कक्खडे देसे मउए एत्थवि बत्तीसं भंगा एवं सव्वे ते पंचफासे अट्ठावीस भंगमयं भवति, जइ छफासे सब्बे कक्खडे सव्वे गरुए देसे सीए देसे उसिणे देसे निदे देसे लक्खे, सब्बे कक्खडे मध्ये गरुए देसे सीए देसे उसिणे देसे निद्धे देसा लखा, एवं जाव सब्वे कक्खडे सब्वे गरुए देखा सीया देसा उसिणा देसा निद्वा देसा लक्खा एए सोलस भंगा, सव्वे कक्खडे सव्वे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे निदे देसे लकवे एत्थवि सोलस भंगा, सब्बे मउए सब्वे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे निद्धे देसे लक्खे एत्थवि सोलस भंगा, एए चउसहिं भंगा, सब्बे कक्खड़े सव्ये निदे देसे गए देसे लहुए देसे निदे देसे लक्खे एत्थवि चउसद्धिं भंगा, सब्बे कक्खड़े सब्वे निदे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे जाब सच्चे मउए सब्वे लक्खे देसा गरुया देसा लहुया देसा सीया देसा उसिणा एए चउ सहिं भंगा, सब्बे गरुए सब्वे सीए देसे कक्खडे देसे मउए देसे निद देसे लक्खे एवं जाव सब्बे लहुए सब्बे उसिने देखा कक्खडा देसा निदा देसा मउया देसा लक्खा एए चउसडिं भंगा, सब्बे गरु सब्बे निदे देसे कक्खडे देसे मउए देसे सीए देसे उसिणे जाव सब्बे लहुए सब्बे लक्खे देसा कक्खडा देसा मउया देसा सीया ऐसा उसिणा एए चउसडि भंगा, सब्बे सीए सब्बे निदे देसे कक्खडे देखे मउए देखे गए देसे लहुए जाब सब्बे उसिणे सध्ये लक्खे देसा कक्खडा देसा मउया देखा गया देसा लहुया एए चउसद्धिं भंगा, सच्चे ते छफासे तिन्निचउरासीयं भंगसया भवंति, जइ सत्तफासे सध्ये कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे निदे देसे लक्खे, सध्ये कक्सडे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसा निदा देसा लुकखाः ४ सव्ये कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसे सीए देसा उसिणा देसे निद्धे देसा लुक्खा ० ४ सव्ये कक्खडे देसे गरुए देसे लहुए देसा सीया देते उसिणे देसे निद्धे देसे लकवे० ४ सव्वेते सोलस भंगा भाणियव्वा सव्वे कक्खडे देसे गरुए देखा लहुया देसे सीए देसे उसिणे देसे निदे देसे लक्खेएवं गरुणं एगनेणं लहुएणं ३४१. श्री भगवत्यं सात- २० मुनि दीपरत्नसागर
SR No.003905
Book TitleAagam Manjusha 05 Angsuttam Mool 05 Bhagavati
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagarsuri, Sagaranandsuri
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2012
Total Pages248
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size169 MB
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