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________________ शून्य का संदेश : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर रहस्य की पर्तों को उघाड़ती लधु-कथाएं । पृष्ठ 32, मूल्य 2/मन में, मन के पार : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर मन की ग्रन्थियों को समझाने और सुलझाने वाला एक स्वतन्त्र प्रकाशन । पृष्ठ 48, मूल्य 2/ताल बना सागर : कुसुमलता आंचलिया गणिवर श्री महिमाप्रभ सागरजी के प्रेरणास्पद जीवन का एक रंगीन और बेबाक आकलन । पृष्ठ 24, मूल्य 5/आत्म-दर्शन : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर । अ.भा. विद्वत् परिषद् का प्रशस्त प्रकाशन । पृष्ठ 40, मूल्य 2/तुम मुक्त हो, प्रतिमुक्त : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर प्रात्म-क्रान्ति के अमृतसूत्र । पृष्ठ 100, मूल्य 7/रोम-रोम रस पीजे : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर जीवन के हर कदम पर मार्ग दरशाते चिन्तन-सूत्रों का दस्तावेज । " पृष्ठ 88, मूल्य 10/ध्यान : क्यों और कैसे : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर हमारे सामाजिक जीवन में ध्यान की क्या जरूरत है, इस सम्बन्ध में स्वच्छ राह दिखाती पुस्तक । . पृष्ठ 86, मूल्य 10/प्रेम और शांति : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर मन की शांति एवं सुख की उपलब्धि के लिए एक अमृत मार्गदर्शन । पृष्ठ 32, मूल्य 2/महक उठे जीवन-बदरीवन : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर व्यक्तित्व के निर्माण एवं समाज के विकास के लिए बुनियादी बातों का खुलासा । पृष्ठ 32, मूल्य 2/तीर्थ और मंदिर : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर तीर्थ और मंदिर केवल श्रद्धास्थल हैं या कुछ और भी ? जानकारी के लिए पढ़िये यह पुस्तक । पृष्ठ 32, मूल्य 2/ ( १४६ ) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003889
Book TitleSamay ki Chetna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year1995
Total Pages158
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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