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________________ योग से होगा सतोगुण का विकास मेरे प्रिय आत्मन्, ____ आधुनिक समय में मनुष्य बाहरी और भौतिक रूप से बहुत समृद्ध हुआ है लेकिन आन्तरिक रूप से उसे उतनी ही अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मानसिक रूप से व्यक्ति कम या अधिक विक्षिप्त, अधीर और क्रोधित हुआ है। प्राचीन काल में पिता के वचन को रखने के लिए पुत्र द्वारा चौदह वर्ष का वनवास स्वीकार कर लिया जाता था, लेकिन आज पिता की किसी एक बात को मानने का जज़्बा नहीं रहा है। छोटी-छोटी बातों के लिए पुत्र पिता से बगावत करने को तैयार हो जाता है, बहू सास से अलग रहना पसंद करती है। पति और पत्नी के बीच पलक झपकते ही तलाक की नौबत आ जाती है। भले ही लोगों के हाथ में मोबाइल हो, घर में सुख-सुविधाओं के सारे साधन मौजूद हों, ग्राहकों के साथ मुस्कुराने का प्रयास हो लेकिन घरेलू रूप में वही इन्सान अपनी पत्नी, माता-पिता और बच्चों के साथ प्रेमभरा व्यवहार कर पाने में असफल हो रहा है। __ इंसान हाथ में टी.वी.का रिमोट रखकर झटपट चैनल बदलता रहता है, स्थिर होकर एक ही चैनल को नहीं देख पाता। लोगों के भीतर स्थिरता और एकाग्रता नहीं | 33 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003887
Book TitleYoga
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2012
Total Pages194
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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