SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 52
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ यह ! एक क्षण में ही व्यक्ति के भीतर आनंद का संचार हो जाता है। मैं फिर कहता हूँ कि तुम कोई भी तरीका अपनाओ पर तुम हर क्षण उत्साह और उमंग से भरे रहो। किताब को खोलने से पहले अपने विश्वास को जगा लो। उसके बाद किताब खोलो। मंदिर जाने से पहले अपनी श्रद्धा और विश्वास को दृढ़ बनाओ, फिर मंदिर जाओ। दूकान खोलने से पहले, विश्वास की चाबी अपने पास रखो। आत्मविश्वास से बढ़कर सफलता का कोई मंत्र नहीं होता है और न ही आत्मविश्वास से बढ़कर सफलता की कोई अन्य सीढ़ी होती है। __ आत्मविश्वास ही संकटमोचक हनुमान है। आत्मविश्वास ही हर परिस्थिति में सम्बल देने वाला मंत्र है। सकारात्मक सोच, बेहतर नजरिया और आत्मविश्वास ही व्यक्ति को सफलता की पराकाष्ठाओं तक ले जाते हैं। हम हर क्षण आत्मविश्वास को जगाए रखें। यह अपने आप में जीवन की अनुपम शक्ति है। हर सफलता की बुनियाद, हर निराशा की आशा, बाहर के अंधेरे में भी भीतर जगमगाने वाला चिराग और सितारा आत्मविश्वास ही होता है। 'यू आर ए ग्रेट वेव!' तुम सागर की महातरंग हो । खुद को पहचानो, सोया विश्वास जगाओ। हनुमान का सोया विश्वास जगा दिया गया, तो वह अथाह सागर को पार कर लंका पहुँचने में सफल रहे। नेपोलियन ने अपने शब्दों से सेना में वह विश्वास भर दिया था कि अल्पास की दुर्गम पहाड़ियाँ भी पार हो गईं। आप अपने बारे में सोचिए और देखिए कि आप क्या कर सकते हैं! हर रोज उगता सूरज हमें यही प्रेरणा देता है कि फिर से प्रयत्न करो। जीवन में कुछ करना है, तो मन को मारे मत बैठो। आगे-आगे बढ़ना है तो हिम्मत हारे मत बैठो॥ सफलता के लिए जगाएँ आत्मविश्वास ५१ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003883
Book TitleAapki Safalta Aapke Hath
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2006
Total Pages122
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy