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________________ सफलता के लिए जगाएँ आत्मविश्वास हर इन्सान के भीतर इस बात की समझ और बोध होना चाहिए कि वह इस संसार की आवश्यकता है। प्रकृति अपनी तरफ से किसी भी ऐसी वस्तु का सृजन नहीं करती, जिसकी उपयोगिता और आवश्यकता न हो। गुलाब के फूल को प्यार करते समय हम काँटों को नजरअंदाज कैसे कर सकते हैं जबकि वे काँटे तो गुलाब के लिए सुरक्षा-कवच का काम करते हैं। संसार में गुलाब के साथ-साथ कांटों की भी उपयोगिता है। कांटे हर आदमी की कसौटी है। __कोई व्यक्ति यह न समझे कि उसका जीवन व्यर्थ और निरर्थक है। जिस दिन से व्यक्ति पृथ्वी ग्रह के लिए अपनी आवश्यकता और उपयोगिता समझ लेगा, उसी दिन से वह मूल्यवान हो जाएगा। अपने जीवन को मूल्य प्रदान करना स्वयं व्यक्ति के हाथ में है। मैं इस पृथ्वी के लिए आवश्यक हूँ' जैसे ही यह भाव व्यक्ति के भीतर गहरे तक प्रविष्ट होगा, वैसे ही हम अपने व्यक्तित्व को बेहतर बनाने के लिए कमर कस ही लेंगे। आखिर एक मजबूत विचार और दृढ़ मानसिकता ही सुदृढ़ व्यक्तित्व का निर्माण करती है। Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003883
Book TitleAapki Safalta Aapke Hath
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2006
Total Pages122
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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