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• धैर्यपूर्वक भोजन कीजिए और भोजन के उपरांत एक गिलास छाछ भी पीजिए। तली हुई चीजों और बाजारू मिठाइयों से परहेज़ रखिए। भोजन में रेशेदार सब्जियाँ, दालें, अनाज, सलाद और फल को शामिल कीजिए और इस तरह हार्ट, बी.पी. और डायबीटिज जैसी बीमारियों को दूर भगाइए। पानी पीने में कंजूसी मत कीजिए। पानी हमें घातक बीमारियों से बचाता है और पाचन-क्रिया तथा रक्तसंचार-व्यवस्था को दुरुस्त रखता है। एक दिन में कमसे-कम सात-आठ गिलास पानी तो पी ही लिया जाना
चाहिए। • बढ़े नाखूनों को काटिए। हाथ धो-पौंछकर ही भोजन
लीजिए। इससे आप रोगों और जीवाणुओं के संक्रमण से बच जाएँगे। प्रतिदिन आधा-एक-घंटा अच्छी पुस्तकों को पढ़ने की आदत डालिए। पठन-पाठन की प्रवृत्ति बुढ़ापे में भी
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