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हर पल मुस्कुराइए
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जिएँ
हर पल मुस्कुराइये। हर दिन, हर कार्य की शुरु आत मुस्कान से कीजिए। किसी भी कार्य का सकारात्मक परिणाम पाने के लिए मुस्कान गणपति की पूजा के
समान है। | मुस्कान में कृष्ण का माधुर्य है
और राम की मर्यादा भी, महावीर का मौन भी है और मीरा के यूँघरू भी। सदाबहार मुस्कान का आनंद लेना परम प्रभु की ही पूजा और आराधना है। मुस्कान जीवन के आनंद की आत्मा है। इसी मुस्कान के बल पर राम वनवास का कष्ट झेलने में भी सफल हो गए थे। अगर आप प्रत्येक परिस्थिति में शांत, प्रसन्न और मुस्कुराते हैं तो निश्चय ही आप बुद्ध हैं और वहीं अगर आप बात-बेबात में उदिग्न
ता
ऐसे
जिएँ
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cayo
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