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जीने का उसूल
बड़ा
बड़ा वह है, जो औरों को बड़ा माने।
बड़ा-छोटा
बड़े को पाकर छोटे की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। आखिर सुई की जगह सुई ही काम आएगी, तलवार नहीं।
बदनामी
तुम जितने छिपकर बदनामी के काम करोगे, रहस्य खुल जाने पर तुम्हारी इज्जत उतनी ही अपमानित होगी।
बन्धन
संसार में रहना बंधन नहीं, संसार को भीतर रखना बंधन है।
बन्धन और मुक्ति
तुम बन्धन में तभी हो, जब उसे बंधन मानो। तुम बन्धन में इसलिए हो कि तुमने खुद बँधना चाहा। तुम इसी समय मुक्त हो सकते हो, यदि मुक्त होने का सुदृढ़ संकल्प ले लो।
बल
निर्बल का बल राम है, पर राम का बल तो आत्मबल ही है।
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