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जितयशा फाउंडेशन का
श्रेष्ठ साहित्य
क्या स्वाद जिंदगीका
लागत से भी कम मूल्य पर
विककोई मत
क्या स्वाद है ज़िंदगी का: श्री ललितप्रभ जीवन के विभिन्न सार्थक और सकारात्मक पहलुओं को आत्मसात कराने वाली लोकप्रिय पुस्तक।
पृष्ठ 146, मूल्य 20/| फिर कोई मुक्त हो : श्री चन्द्रप्रभ
अतीत के प्रेरक प्रसंगों पर दिए गए विशिष्ट प्रवचन। छोटे-बड़े सभी के लिए उपयोगी। पृष्ठ 100, मूल्य 20/| कैसे करें व्यक्तित्व-विकास :
श्री चन्द्रप्रभ जीवन और व्यक्तित्व-विकास पर बेहतरीन-बाल मनोवैज्ञानिक प्रकाशन। पृष्ठ 100, मूल्य 20/
जागा
संबोधि
संबोधि : श्री चन्द्रप्रभ साधना के महत्वपूर्ण पहलुओं पर उद्बोधन। सर्वजन हिताय ; सर्वजन सुखाय। पृष्ठ 100, मूल्य 20/
ऐसे जिएँ : श्री चन्द्रप्रभ जीने की शैली और कला को उजागर करती विश्व-प्रसिद्ध पुस्तक। स्वस्थ, प्रसन्न और मधुर जीवन की राह दिखाने वाली प्रकाश-किरण। पुस्तक महल से भी प्रकाशित।
पृष्ठ : 122, मूल्य 20/लक्ष्य लक्ष्य बनाएँ, पुरुषार्थ जगाएँ : श्री चन्द्रप्रभ पुरुषार्थ जीवन में वही जीतेंगे जिनके भीतर जीतने का पूरा
विश्वास है। सफलता के शिखर तक पहुँचाने वाली प्यारी पुस्तक।पुस्तक महल से भी प्रकाशित। पृष्ठ : 104, मूल्य 20/जागो मेरे पार्थ : श्री चन्द्रप्रभ गीता की समय-सापेक्ष जीवन्त विवेचना। भारतीय जीवन-दृष्टि को उजागर करता प्रसिद्ध ग्रन्थ। फुल सर्कल,दिल्ली से भी प्रकाशित। पृष्ठ : 230, मूल्य 40/जागे सो महावीर : श्री चन्द्रप्रभ भगवान महावीर के विशिष्ट सूत्रों पर अमृत प्रवचन । अन्तर्मन में अध्यात्म की रोशनी पहुंचाता प्रकाश-स्तम्भ । ज्ञानवर्धन एवं मार्गदर्शन के लिए महावीर पर नई दृष्टि । | पृष्ठ 252, मूल्य 30/ध्यानयोग : विधि और वचन : श्री ललितप्रभ ध्यान योग की वास्तविक समझ पाने के लिए विशेष उपयोगी। साथ ही ध्यान-योग की विस्तृत विधि । पुस्तक महल दिल्ली से भी प्रकाशित।
पृष्ठ : 148, मूल्य 30/महाजीवन की खोज : श्री चन्द्रप्रभ अध्यात्म की बारीकियों का मार्गदर्शन करता सम्प्रदायातीत
ग्रन्थ।आचार्य कुंदकुंद, योगीराज आनंदघन एवं श्री मद् सदानिीतन राजचन्द्र के सूत्रों एवं पदों पर प्रवचन। बीती- पृष्ठ : 176, मूल्य 35/
महाका
निधि
उधर
पर्युषण-प्रवचन : श्री चन्द्रप्रभ पर्युषण-पर्व के प्रवचनों को घर-घर पहुंचाने वाला एक प्यारा प्रकाशन। पढ़ें, कल्पसूत्र को अपनी भाषा में।
पृष्ठ 112, मूल्य 20/भार साँचा मित मया | मारग साँचा मिल गया : श्री चन्द्रप्रभ
अध्यात्म-पुरुष श्रीमद् राजचन्द्र के प्रमुख पदों पर मानक प्रवचन । स्वाध्याय की श्रेष्ठ सामग्री। पृष्ठ 100, मूल्य 20/धर्म में प्रवेश: श्री चन्द्रप्रभ नित्य नये पंथों और उपासना-पद्धतियों
के बीच धर्म के स्वच्छ मौलिक स्वरूपका न निर्देशन। नई पीढ़ी के लोग अवश्य पढ़ें।
पृष्ठ : 96, मूल्य 20/
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