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मंगुल जावे, तेहं विउल तव नि. म्मल सहावे ॥ निरुवम महप्प नावे, थोसामि सुदिह सनावे ॥॥ गाहा ॥ सब पुरक पसंतीणं, सब पाव प्पसंतिणं, ॥ सया अजिय सं. तीणं, नमो अजिथ संतिणं ॥३॥ सिलोगो ॥ अजिब जिण सुह प्पवत्तणं, तव पुरिसुत्तम नाम कित्तणं ॥ तह य धिश्म प्पवत्तणं, तवय जिणुत्तम संतिकित्तणं ॥४॥ मागहिया ॥ किरिया विहि संचित्र कम्म किलेस विमुकयरं, अजिथं निचिरं च गुणेहिं महा
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