________________
अनुक्रमणिका १ पंच भोवना सज्झाय सर्थ . १ श्रुत भावना २ तप भावनां ३ सत्व भावना ४ एकत्व भावना ५ तत्व भावनो
भावना माहात्म्य परिशिष्ट (क) बृहत्कल्प और पांच भावनाएं
(ख) पांच अप्रशस्त भावनाएं (ग) तप भावनोक्त तपश्चर्या विधियों (घ) तपस्वी मुनियों की जीवनियों
१ ण कुमार २ खंदक मुनि ३ कुरुदत्त मुनि ४ मुनि मेतार्य १ कीतिपर सुकोशल ६ मुनि गजसुकमाल ७ चक्रवर्ती सनत्कुमार . प्रत्येकबुद्ध मुनि करकण्डु है , नमि राजर्षि २० , नगई ११ , दुम्मुही
Jain Educationa International
For Personal and Private Use Only
www.jainelibrary.org