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-समर्पणयोगीन्द्र युगप्रधान प्रकट संत सद्गुरु शिरोमणि परमपूज्य श्री सहजानन्दघनजी. महाराज की अनन्य सेविका, श्रीमदराजचन्द्र आश्रम हम्पी की संचालिका, जाग्रत ज्योति आत्मज्ञानी परमपूज्या माताजी के
कर कमलों में
परमपूज्य गुरुदेव की अनुपम वाणी रूप यह गून्थ __गुरुदेव के परम भक्त हम्पी आश्रम में समाधिमरण प्राप्त परम सरल स्वभावी
धर्मनिष्ट हमारे परमपूज्य पिताजी श्री धन्नूलालजी. पारसान की पावन स्मृति में
सादर समर्पित -पारसान बन्धु
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