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खरतर गच्छ दीक्षा नंदी सूची
प. भगवानदास भक्तितिलक श्रीजीनामुपदेशात् श्री जिनभद्र शा० .. पं. कीर्तिचन्द्र कर्पूरतिलक पं० मुनिकुशल गणेः, जिनचन्द्र शा० ॥ सं० १८७८ वर्षे मिती वैशाख सुदि ४ दिने श्री जिनहर्षसूरि मालवा देशे तखतगढ ग्रामे समागताः । तत्र दिन १३ रह्या, तत्र साधुनां दीक्षा जाता। पं. हीराचन्दा हीरतिलक पं० कीत्तितिलक मुनेः पौत्र, क्षेम शा० पं. लक्ष्मीचन्द लक्ष्मीतिलक पं० कन कविनय मुनेः पौत्र, क्षेम शा० पं. छजमल छत्रतिलक पं० विद्यासोम मुनेः, क्षेम शा० पं. कपूरचन्द करतिलक पं० गुणचन्द्र मुनेः, क्षेम शा० । पं. मयाचन्द मुनितिलक पं० कीतितिलक मुनेः, क्षेम शा० पं. खुश्यालौ क्षमातिलक पं० गंगविनय पौत्र, क्षेम शा० .. पं. अमरचन्द' अमरतिलक पं० फतचन्द. जिनचन्द्र शा० पं. लक्ष्मीचन्द लावण्यतिलक पं० क्षमाधीर मुनेः, क्षेम शा० पं. उदैचन्द उदयतिलक पं० फतैचन्द मुनेः, जिनचन्द्र शा० पं. वस्तौ विनयतिलक पं० क्षमाधीर शिष्यः भावचारित्रीय, क्षेम शा० पं. माणको महिमातिलक पं० मुनिप्रमोद मुनेः, क्षेम शा० पं. लदमोचन्द्र लाभतिलक पं० रूपजी पौत्र, क्षम शा० पं. हरिजी10 हेमतिलक पं० कल्याणजी क्षेम शा० । सं० १८७८ मिती प्राषाढ सुदी २ दिने श्री प्रतापगढ नगरे भ०
श्री जिनहर्षसूरिभिश्चतुर्मासी कृता, तत्र दीक्षा नामानि ॥ पं. रूपचन्द रत्नतिलक पं० अभयमूत्ति मुनेः पौत्र, जनरत्न शा० पं. पेमचन्द पुण्य तिलक पं० रत्नसोम गणेः पौत्र, क्षम शा० पं. नारायण नीतितिलक पं० रत्नसोम गणेः पौत्र, क्षेम शा० पं. वस्तपाल विद्यातिलक प० रत्नसोम गणेः पौत्र, क्षेम शा० पं. चन्द्रदत्त चन्द्रतिलक पं० मानवर्द्धन गणेः पौत्र, जिनरत्न शा० पं. आदिदत्त अमरतिलक पं० मानवर्द्धन गणेः पौत्र, जिनरत्न शा० १. रतलाम २. वखतगढ ३. सुखेड़ ४. बड़ौद ५. रूणीजै ६. खाचरौद ७. जावरै ८. बरदाबड़ी मालवै ९. सिलाणे रा १०. वरडीया ग्राम रा
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