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प्राकृत भारती पुष्प-५६
अति पित परम सामायिक प्रमा
सर्वज्ञ-कथित परम सामायिक धर्म
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आचार्यप्रवर श्री विजयकलापूर्ण सूरिजी
प्राकृत भारती अकादमी; जयपुर
तथा श्री जैन श्वे. नाकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ, मेवानगर
एवं मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली
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