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रजो॥थें पीयान्लभत थासो, थानेश्वरन उई उन्नेालला लपीयाजरन हुई उरले गायेंगा भुनसरिजी नहीं सुंहरीरे॥तुभम तन्नजो छोडायें गाशानुंभे हमारा वासहारे ॥ छोतुंभे शिश्राभोडा येंगाशाश्जेसो अवसर दिए नहीं खावे ॥ज्युं उरो होडा होजायेंगाआ सायुं ध्यान हृध्यमां धारो । भोटा उरभने भोड गायें गानामायाल वनड्डा जेन नश है । शुभान उड़े उरन्लेड आयेंगाचा ॥ ॥
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राग धन्याश्री ॥ प्रलुल भोरी नेननमें जसरो॥ प्रलुलगाटेशा नालिराम भरेहेवीडी नंहना शुम्स ध्यानडी घरैया। मलुलनाशान पछरानाथै उन्नर गुएागावे ॥ भुजसें जोसे थाथैया थाथैयापलुल ॥शाभृहंगडी ढिभम् सुनी, ननरंगहित मध्यो। जेहेर जेहेरसेताज सैया ॥ पलुन्छ |आर्धतनी जरन सुनी, अमृत ननरलरी ॥ कुशण उल्याएर उरैया ॥ प्रलुकणाचा
राग धन्याश्री पोताणो ॥ शांति निनेश्वर साहेजारे तीन लु वनडो महिमा छाने।शांतिगाने मांडणी ॥ धमाएगी यारे दुवारे अश्ब्लेडी उरते मनुहारे। शांति गाशा मोहनी भूरत सागे प्यारी॥जेहे र जेहेर में निरजुं निहाली शांतिनाशाअंति विनय उद्देसाईजमेरा लवलव पराशरएा भोग्ने ते शशांति नआति
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राग जेहागाशीयन नित्य पाणो प्राणी॥शीयण घरभट्ठोभूणरेशाशीयणगावेशाशीयण सती सीताजे पाण्यं ॥ अग्निकुंडलयो पाणीरे ॥शीयणनाशाशीयण सती सुलहानें पाप्युपायासएसी में ल रसीखो पाएगीरे ॥शीयणनाशाशीयणशेठ सुध्र्शन पाण्युंग शूजीथ
विमानरे॥शीयणना आहान शीयणसंनभवत पाप्युपाशिव सुजनावरा घनी राशीयणनान्याशीयणतन्यो संघपति रावएा, पोहोतो नरहनी हाएगी। गंग तुभशीयसभन्ने लवित्नावे, पावो शिवपुर ठाएगी॥शीयमनाचण
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