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॥ पद बेंताली शभुं ॥ राग टोडी ॥ चेतन चतुर चोगान लरी | चे ० | जीत लै मोदरायको लसकर, मिसकर बांड नाद धरीरी ॥
चेतन० ॥ १ ॥
नाग काढल ताड ले डुसमन, लागे काचो दोय घरीरी ॥ अचल अबाधित केवल मनसुफ, पावे शिव दरगाद मरीरी ॥ चेतन० ॥ २ ॥
और लराइ लरे सो बावरा,
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