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७ स जीवोंकी बहुत हिंसा होनेसे छोडने लायक१ बीली
२ बीलां ३ गीली वांस
उपर बताइ हुइ हरएक चीजें की विशेष समज
१ से ४८ तक की संख्या, उन सभी चीजों बीगडनेका और उनमें जीवोंकी उत्पत्ति होनेसे हिंसा होनेका संभव है. वास्ते फाल्गुन शुदि (१५) पूर्णीमासें कार्तिक शुदि (१५) पूर्णीमा तक अभक्ष्य है. उनका जरुर त्याग करना चाहिए.
१ खजुर-दोनो प्रकार की. ऋतु बदलनेसे फाल्गुन शुदि (१५) पूर्णीमासें अभक्ष्य होजाती है। कितनेक देशमें ऐसा रीवाज है की होलीके दीनोमें अपनी बेटीयां, मित्रों, सगेवहालों वगैरह को खजुर, खारीक आदि का हारडा लेने देनेका रीवाज है। परंतु वो खारीक-खजुर फाल्गुन शुदि १४ के बाद वापरने योग्य नहि है। और अपने पास उन्हो को भेजा हो तो फाल्गुन शुदि १४ के बाद अपने • काम में नहिं आ सकता है।
२ खारीक-उपर मुताबीक यह भी सादी में फाल्गुन शुक्ल १४ पीछे भी कहीं कहीं बाँटी जाति है । वो भी जैन श्रावकों को अभक्ष्य होनेसें बांटना अनुचित है.
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