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क्रम
६
श्री रामविजयजी
श्री मानविजयजी
श्री रूपविजयजी
श्री नंदसूरिजी
श्री ज्ञानविमलसूरिजी
श्री वीरविजयजी
श्री पद्मविजयजी
श्री ऋषभदासजो
६
श्री हंससागरसूरिजी
१०
श्री शीलरत्नसूरिजी
११
श्री क्षमा कल्याणजी
१२
श्री क्षमा कल्याणजी
★ (१) चोविशी १० एवं ११ संस्कृत में है । (२) पू. हंससागरसूरिजी को चोविशी नूतन है । (३) पू. क्षमा कल्याणजी खरतरगच्छीय है ।
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अनुक्रमणिका
चोविशोकर्ता
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१५
२२
२६
३६
૪
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५.
आ पुस्तक नी कार्ड सीट श्री भीड़भंजन पार्श्वनाथ जैन ट्रस्ट नीमच तरफ थी प्राप्त थयेल छे.
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