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________________ उत्तरज्झयणाणि ६९८ परिशिष्ट ५: भौगोलिक परिचय थे।' विद्वान् वी० स्मिथ ने श्रावस्ती को नेपाल देश के खजूरा प्रान्त श्रावस्ती में माना है। यह स्थान बालपूर के उत्तर दिशा में और नेपालगंज के यह कोशल राज्य की राजधानी थी। इसकी आधुनिक पहचान पास उत्तर-पूर्वीय दिशा में है। सहेट-महेट से की गई है। इसमें सहेट गोंडा जिले में और महेट यूआन् चुआङ् ने श्रावस्ती को जनपद मान कर उसका बहराइच जिले में है। महेट उत्तर में हैं और सहेट दक्षिण में। यह विस्तार छह हजार ली माना है। उसकी राजधानी के लिए उसने स्थान उत्तर-पूर्वीय रेलवे के बलरामपुर स्टेशन से पक्की सड़क के 'प्रासाद नगर' का प्रयोग किया है और उसका विस्तार बीस ली रास्ते दस मील दूर है। बहराइच से इसकी दूरी २६ मील है। माना है। १. सुखबोथा, पत्र ३८। २. दी एन्शिएन्ट ज्योग्राफी ऑफ इण्डिया, पृ०४६६-४७४। ३. जरनल आफ रायल एशियाटिक सोसाइटी, भाग १, जन् १६००। ४. यूआन चुआग'स ट्रैवेल्स इन इण्डिया, भाग १ पृ० ३७७। Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only ation Intemational www.jainelibrary.org For Private & Personal Use Only
SR No.003626
Book TitleAgam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Uttarajjhayanani Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2006
Total Pages770
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_uttaradhyayan
File Size25 MB
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