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________________ ६६ तीन विकलेंद्रिय में चउरिंद्रिय ऊपजै तेहनों यंत्र (८) अवगाहना द्वार संठाण द्वार लेश्या द्वार - दृष्टिद्वार ज्ञान-अज्ञान द्वार योग द्वार गमा २०द्वार नी संख्या उपपात द्वार । जघन्य | उत्कृष्ट परिमाण द्वार | जघन्य । उत्कृष्ट संघयण द्वार ६ जयन्द . उत्कृष्ट १ऐक्टो ४ गाऊ ३ पहली २सम्यक १हुंडक ૨ उपजे २ नियमा २वच ओधिक ओधिक १४.७ गमै जिण जिण ओधिक नै जघन्य ठिकाणे ऊपज तिण रे ओधिक उत्कृष्ट जघन्य उत्कृष्ट आयु मैं ऊपजै। संखया |असंखऊपजे आंगुल नों असंख भाग २नियमा १२.३ १शेवटो पहुंडक ३पहली १मिथ्या २नियमा १काया जघन्य नै ओधिक २,५.८ गमै जिण जिण जघन्य नै जघन्य ठिकाणे ऊपजे तिण रे जघन्य नै उत्कृष्ट जघन्य आयु में ऊपजे। संख या असंख ऊपजे आंगुलनों । आंगुलनों असंख भाग | असंख भाग संखया | १हुंडक | पहली २सम्यक | रनियगा । २नियमा। २वच उत्कृष्ट नै ओधिक ३.६.६ गमै जिण जिण उत्कृष्ट नै जघन्य | ठिकाणे ऊपजे तिणरे उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट उत्कृष्ट आयु में ऊपजै। ૧૨૩ ऊपज १शेवटो | आंगुलनों । ४गाऊ । असंख माग असंखऊपजे ७० तीन विकलेंद्रिय में असन्नी तिर्यंच पंचेंद्रिय ऊपजै तेहनों यंत्र (६) गमा २० द्वार नी संख्या संघयण द्वार अवगाहना द्वार लेश्या द्वार लेण्या द्वार | दृष्टिद्वार । ज्ञान-अज्ञान द्वार दृष्टिद्वार उपपात द्वार जधन्य । उत्कृष्ट ज्ञान-अज्ञान द्वार परिमाण द्वार जघन्य उत्कृष्ट जघन्य ਕਰਨ १खटो २नियमा २नियमा ओधिक नै ओधिक १४. गर्म जिण जिण ओधिक नै जघन्य ठिकाणे ऊपजै तिणरै अधिकनै उत्कृष्ट | जघन्य उत्कृष्ट आयु में ऊपजै। ૧૨૩ ऊपजे संखया असंख ऊपज ३पहली आंगुल नो असंख भाग पहजार योजन २सम्यक मिथ्या १वटो ३पहली नियमा जघन्य नै औधिक जघन्य नै जपन्य जघन्य नै उत्कृष्ट २.५.८ गमै जिण जिण ठिकाणे ऊपरी तिणरै जघन्य आयु में ऊपरी ५२.३ ऊपजे संखया असंख ऊपजे आंगुल नों असंख भाग आंगुलनों असंख भाग १२३ १वटो २सम्बक रनियमा उत्कृष्ट ओधिक ३.६( गर्ने जिण जिण उत्कृष्ट जघन्य ठिकाणे ऊपरी तिण रे उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट उत्कृष्ट आयु में ऊपजै। आंगुल नों असंखभाग २नियना ऊपज संखया असंखऊपजै हजार योजन २७६ भगवती-जोड़ (खण्ड-६) Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003622
Book TitleBhagavati Jod 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages360
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size18 MB
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