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________________ ५१च्यार थावर में चउरिंद्रिय ऊपजै तेहनों यंत्र (6) गमा २० द्वार नी संख्या परिमाण द्वार संघयण द्वार अवगाहना द्वार संठाण द्वार लेश्या द्वार | दृष्टि द्वार शान-अज्ञान द्वार योग द्वार उपयोग द्वार उपपात द्वार जघन्य | उत्कृष्ट जघन्य उत्कृष्ट जघन्य उत्कृष्ट १छेवटो ४गाउ पहली १हुंडक शनिवमा १२.३ ऊप | औधिक नै ओधिक | १४.७ गम जिण जिण काय में | ओधिक जघन्य ऊपजै तिण जघन्य उत्कृष्ट | ओधिक नै उत्कृष्ट आयु में ऊपजे। आंगुल नों असंख माग २नियमा संय या असंख ऊपजे २ सम्यक मिथ्या २वच -nmlxl. । १छेदटो पहुंडक नियमा जघन्य नै ओधिक २.५८ गगै जिण जिण काय जघन्य नै जघन्य मैं ऊपजे तिण रै जघन्य आयु जघन्य नै उत्कृष्ट | मैं ऊपजै। आंगुल नों असंख भाग ३ पहनी संखया असंख ऊप आंगुल नों असंख भाग मिथ्या काया १वटो ४ गाउ | १९डक | पहली नियमा । उत्कृष्ट नै ओधिक | ३.६.६ गर्म जिण जिण काय उत्कृष्ट नै जघन्य मैं ऊपजे तिण र उत्कृष्ट उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट | आयु में ऊपजै। आंगुल नों असंखभाग समयमा २ सम्यक मिथ्या सव ऊपजे असंख २० कायसंवेध द्वार अप में परिदिय जघन्यकाल उत्कृष्ट काज तेक मैं चउरिटिय गमा जपनाकाल उत्कृष्ट काल संख्यात संख्यात १अंतर्मु. १अंतर्मु. १अंतर्मु, १अंतर्मु १अंतर्मु ७ हजार वर्ष संखकाल सखकाल संखकाल संखकाल समास २८ हजार वर्ग १अंतर्मु, १अंतर्मु, १आत, १अंतर्मु. १अंतर्मु.३दिन रात संखकाल संखकाल संखकाल संखकाल २४मास १२ दिन रात संख्यात संख्यात १अंतर्म, अंतर्मु १अंतर्मु. १अंतर्मु १अंतर्मु, ७ हजार वर्ष संखकाल संखकाल संखकाल संखकाल ४ अंत २८ हजार वर्ष १अंत[.१अंत. १अंतर्मु.१अंतर्मु. १अंतर्मु.३ दिन रात संखकाल संखकाल संखकालसंखकाल ४ अंतनु. १२ दिन रात WANA ६मास१अंतर्मु. ६ मास १अंतर्मु. मास७ हजार वर्ष २४ गास २६ हजार वर्ग २४ मास ४ अंत २४ मास २८ हजार वर्ष ६मास अंतर्मु, ६मास अंतर्मु, ६मास ३ दिन रात समास १२ दिन रात २४ मास ४ अंतर्मु समास १२ दिन रात २५४ भगवती-जोड़ (खण्ड-६) Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003622
Book TitleBhagavati Jod 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages360
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size18 MB
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