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________________ ३८ पृथ्वीकार्य में असुरकुमार ऊपजै तेहनों यंत्र (१३) गमा २० द्वार नौ संख्या 1 e or m | 30 gt w.sun १ २ W ६ ७ ६ २३६ 4 ३ ४ ५. ६ गमा २० द्वार नीं संख्या 19 ओधिक नै ओधिक ओधिक मैं जघन्य ओधिक नै उत्कृष्ट जघन्य नै ओधिक जघन्य नै जघन्य ६ ६ जघन्य नै उत्कृष्ट Trm ww उत्कृष्ट नै ओधिक १ अंतर्मुहूर्त उत्कृष्ट मैं जघन्य १ अंतर्मुहूर्त उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष जघन्य नै ओधिक जघन्य नै जघन्य जघन्य नै उत्कृष्ट उत्कृष्ट नै अधिक उत्कृष्ट नै जघन्य उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट गमा २० द्वार नी संख्या जघन्य जघन्य ओधिक नै ओधिक १ अंतर्मुहूर्त ओधिक नै जघन्य १ अंतर्मुहूर्त ओधिक नै उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष ओधिक नै ओधिक ओधिक नैं जघन्य ओधिक नै उत्कृष्ट उपपात द्वार १ अंतर्मुहूर्त १] अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष जघन्य नै ओधिक जघन्य नै जघन्य जघन्य नै उत्कृष्ट १ अंतर्मुहूर्त १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष ३६ पृथ्वीकाय में नवनिकाय ऊपजै तेहनों यंत्र (१४-२२) उत्कृष्ट नै ओधिक उत्कृष्ट नै जधन्य उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट १ अंतर्मुहूर्त १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष १] अंतर्मुहूर्त 9 अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष उपपाल द्वार जघन्य १] अंतर्मुहूर्त १] अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष Jain Education International उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष १ अंतमुहूर्त १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष भगवती-जोड़ (खण्ड-६) २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष १] अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष उपपात द्वार २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष ४० पृथ्वीकाय में व्यंतर ऊपजे तेहनों यंत्र (२३) उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष २ परिमाण द्वार २२ हजार वर्ष १] अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष जघन्य २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष १.२.३ ऊपजी १२.३ ऊपजै १.२.३ ऊपजै जघन्य १२.३ ऊपजै २ परिमाण द्वार १.२.३ ऊपजै १२.३ ऊपजै जघन्य उत्कृष्ट संखया असंख ऊप १.२.३ ऊपजे १२.३ ऊपजे संख या असंख ऊपजै १२.३ ऊपजै संख या असंख असंघयणी ऊपजै २ परिमाण द्वार उत्कृष्ट संखया असंख ऊपजै संख या असंख ऊपजी संख या असंख ऊपजे उत्कृष्ट संख या असंख ऊपजै सख या असंख ऊपजै 3 संघयण द्वार ६. संख या असंख ऊपजै असंघयणी असंघयणी ३ संघयण द्वार ६ असंघवणी असंघयणी असंघयणी ३ संघयण द्वार ६ असंघयणी असंघयणी असंघयणी ४ अवगाहना द्वार जघन्य अंगुलनों असंख भाग अंगुलनों असंख भाग अंगुलनों असंख भाग जघन्य अंगुल असंख भाग अवगाहना द्वार अंगुल न असंख भाग अंगुल न असंख भाग जघन्य अंगुल न भाग उत्कृष्ट अंगुल न असंख भाग ७ हाथ अंगुल न असंख भाग ७ हाथ अवगाहना द्वार उत्कृष्ट उत्कृष्ट ७ हाथ ७ हाथ ७ हाथ 1७ हाथ ७ हाथ ५ संठाण द्वार ६ १ समचौरंस १ समचौरंस १ समचौरंस ५. सठाण द्वार ६ १ समचौरंस १] समचौरस १ समचौरंस ५. संठाण द्वार ६ १ समचौरंस 9 समचौरंस समचौरंस For Private & Personal Use Only ६ लेश्या द्वार ६ पहली पहली ४ पहली ६ लेश्या द्वार ६ पहली ४ पहली ४ पहली ६ लेश्या द्वार ६ ४ पहली पहली ४ पहली 19 दृष्टि द्वार ३ 3 3 3 ७ दृष्टि द्वार 3 ३ ज 3 दृष्टि द्वार 3 3 3 ज्ञान-अज्ञान द्वार ३ ५ ३ नियमा 3 नियमा 3 नियमा ५ 3 नियमा ज्ञान-अज्ञान द्वार ३ 3 नियमा 3 नियमा 보 3 नियमा नियमा 3 c नियमा ३ भजना ३ नियमा ज्ञान-अज्ञान द्वार भजना 3 भजना 3 नियमा 3 ३ भजना ३ भजना ३ भजना योग द्वार ३ ३ ३ 3 ६ योग द्वार ३ 3 1 योग द्वार ३. ३ dy ३ 90 उपयोग द्वार २ २ ལ उपयोगद्वार २ 1. १० उपयोग द्वा २ २ | ~ u www.jainelibrary.org
SR No.003622
Book TitleBhagavati Jod 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages360
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size18 MB
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