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________________ २३० २६ पृथ्वीकाय में वाउकाय ऊपजै तेहनों यंत्र (४) गमा २० द्वार नी संख्या १ २ ३ ५ ६ १ 2 3 गमा २० द्वार भी संख्या ४ ५ ६ ओधिक नै अधिक ओधिक नै जघन्य ओधिक नै उत्कृष्ट Suw जघन्य नै अधिक जघन्य में जघन्य जघन्य नै उत्कृष्ट ६ उत्कृष्ट नै ओधिक उत्कृष्ट नै जघन्य उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट अधिक नै ओचिक ओधिक मैं जघन्य ओधिक नै उत्कृष्ट जघन्य नै ओधिक जघन्य नै जघन्य जघन्य नै उत्कृष्ट उत्कृष्ट नै ओधिक उत्कृष्ट में जघन्य उत्कृष्ट नै उत्कृष्ट १ र ३० पृथ्वीकाय में वनस्पतिकाय ऊपजै तेहनों यंत्र (५) ४ ५ जघन्य १] अंतर्मुहूर्त १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष ६ 19 १ अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त ५] अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष गमः २० द्वार नी संख्या उपपात द्वार जघन्य १ अंतर्मुहूर्त १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त 9 अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष उत्कृष्ट नै ओटिक 7% उत्कृष्ट नै जपन्य ६ उत्कृष्ट में उत्कृष्ट Jain Education International उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष "अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष उपपात द्वार २२ हजार वर्ष अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष जघन्य २२ हजार वर्ष 9 अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष भगवतो जोड (खण्ड-६) ओधिक नै ओधिक १ अंतर्मुहूर्त ओधिक नै जधन्य १ अंतर्मुहूर्त अधिक नै उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष जघन्य नै आधिक १] अंतर्मुहूर्त जघन्य जघन्य १] अंतर्मुहूर्त जय ने उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष उत्कृष्ट १ अंतर्मुहूर्त अतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष ३१ पृथ्वीका में बेइंद्री ऊपजै तेहनों यंत्र (६) उपपात द्वार २२ हजार वर्ष अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष जघन्य समय समय असख ऊपजै समय समय अरांख ऊपजै १२.३ ऊपजे संख यासख ऊपजै १२.३ ऊपजे परिमाण द्वार समय समय असंख ऊपजै समय समय अख ऊपजै १२.३ ऊपजै संख या असंख ऊपजै उत्कृष्ट २२ हजार वर्ष १] अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष समय समय समय समय १२.३ ऊपजे २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार २२ हजार वर्ष १ अंतर्मुहूर्त २२ हजार वर्ष जघन्य २ परिमाण द्वार उत्कृष्ट समय समय अरांख ऊपजे समय समय अपने १२३ ऊपजे या अपने ૧૨૩ ऊपजे उत्कृष्ट राख या असंख उपजे असख ऊपजे असंख ऊपजे जघन्य १२.३. ऊपजै १२.३. ऊपजी २ परिमाण द्वार १.२३. ऊपजै या अरांस ऊपजे संखया असंय ऊपजी उत्कृष्ट सख या असंख ऊपजै या जसल ऊपजै सधयण द्वार ६ राख असंख रूपजे छवटो 9 छेवटी छेवटो संघयण द्वार ६ १ छेवटो १ छेटो 4 छेक्टो १ छेवटी १ छेटो 9 घेतले ४ अवगाहना द्वार उत्कृष्ट जघन्य 3 संघयण द्वार ६ अंगुल न असंख भाग अंगुल नों असंस भाग अंगुल न असंख भाग जपन्य अगुलनों अराख अगुलनों अख भाग भाग ४ अवगाहना द्वार उत्कृष्ट अंगुल अस हजार योजन नाना ठाण जाओ भाग अवगाहना द्वार उत्कृष्ट १२ योजन जघन्य संठाण द्वार ६ अंगुल न असंख भाग अगल जख नाग अगुल अगर भाग अंगुलनों अराख हजार योजन नाना संठाण जानी मागा पताका पताका १२ योगान पताका अंगुली भाग ५ सठाण द्वार नाना संजाण ६ For Private & Personal Use Only ५ संठाण द्वार १ हुंडक ६ लेश्या द्वार ६ 3 डुडक 3 पहली ३ पहली 3 पहली ६ लेश्या द्वार ६ ४ पहली 3 पहली ४ पहली लेश्या द्वार ६ पहली 3 ३९ पहली 19 दृष्टि द्वार 9 मिध्या मिथ्या मिथ्या दृष्टि द्वार ३ 9 मिथ्या 4 मिथ्या मिथ्या 19 दृष्टि द्वार 3 २ सम्यक Fran १ २ सभ्यत निष्या ज्ञान-अज्ञान द्वार ३ ५ ५. २ नियमा ज्ञान-अज्ञान द्वार ३ निगा २ नियमा नियमा २ नियमा २ नियमा ज्ञान-अज्ञान द्वार ३ 2 नियमा २ नियमा マ नियमा निगमा 2 नियमा योग द्वार 3 9 काया 3 काथ १ काया योग द्वार ३ १ कार्य काय ३ ६ योग द्वार वाय काय 90 उपयोग द्वार २ व काय उपयोग १ उपयोग www.jainelibrary.org
SR No.003622
Book TitleBhagavati Jod 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages360
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size18 MB
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