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हारीजगच्छ
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महेन्द्रसूरि
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सिंहदत्तसूरि
'प्रथम'
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(वि० सं० १३८३) प्रतिमालेख
(वि० सं० १३९४)
प्रतिमालेख
१३५३
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शीलभद्रसूरि (वि० सं० १४४५-६६ ) प्रतिमालेख
'द्वितीय'
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महेश्वरसूरि (वि० सं० १४९४ - १५२८) प्रतिमालेख
सिंहदत्तसूरि ( दुर्गासिंहवृत्तिअवचूर्णि
'द्वितीय'
की प्रशस्ति में ग्रंथकार के
1
गुरु के रूप में उल्लिखित)
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