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________________ १२६८ ३८. वही, लेखांक ५. ३९. मुनि जिनविजय, पूर्वोक्त, भाग २, लेखांक ५५४. अगरचन्द, नाहटा, बीकानेरजैनलेखसंग्रह, लेखांक १८८. ४०. ४१. अमीन, पूर्वोक्त, पृ० १२ एवं ३३. ४२. नाहर, पूर्वोक्त, भाग २, लेखांक १७०८. ४३. वही, भाग २, लेखांक १८९२. ४४. वही, भाग १, लेखांक ५१९. ४५. ४६. ४७. ४८. ४९. जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास बुद्धिसागरसूरि पूर्वोक्त, भाग १, लेखांक १४०९. अगरचन्द नाहटा, - पूर्वोक्त, लेखांक २५०. नाहर, पूर्वोक्त, भाग १, लेखांक ४१५. नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक ३२२. वही, लेखांक ३३३. बुद्धिसागरसूरि, पूर्वोक्त, भाग २, लेखांक १०९९. ५०. ५१. नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक १३३१. ५२. वही, लेखांक ४३७. ५३. नाहर, पूर्वोक्त, भाग २, लेखांक १४८८. ५४. नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक १५७४. ५५. वही, लेखांक १४७९. ५७. ५६. मुनि जयन्तविजय, आबू, भाग २, लेखांक ६००. जैनसत्यप्रकाश, वर्ष ९, पृ० ३८२, लेखांक २०. ५८. बुद्धिसागरसूरि - पूर्वोक्त, भाग १, लेखांक १०४१. नाहर, पूर्वोक्त, भाग ३, लेखांक २२८४. ५९. ६०. नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक ६०४. ६९. वही, लेखांक, ६२५. ६२. ६३. वही, भाग १, लेखांक ६६४. ६४. नाहटा, पूर्वोक्त, लेखांक ५७७. नाहर, पूर्वोक्त, भाग १, लेखांक ७५८. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003615
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages698
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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