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________________ Jain Education International ११०८ For Private & Personal Use Only क्रमाङ्क संवत् | तिथि / आचार्य का नाम । प्रतिमालेख/ प्राप्ति स्थान संदर्भग्रन्थ मिति स्तम्भलेख २१९. १५३० | फाल्गुन उदयप्रभसूरि । श्रेयांसनाथ की | गौडी पार्श्वनाथ मुनि कान्तिसागर, वदि २ प्रतिमा का लेख जिनालय, संपा०, शत्रुजयपालिताना वैभव, लेखांक २०६ २२०. |१५३० फाल्गुन | उदयप्रभसूरि के | धर्मनाथ की शीतलनाथ नाहटा, पूर्वोक्त, वदि १३ पट्टधर प्रतिमा का लेख जिनालय, रिणी, लेखांक २४४१ सोमवार राजसुन्दरसूरि तारानगर २२१. १५३१ | वैशाख ___ वीरसूरि | नमिनाथ की | महावीर जिनालय, मुनि विशालविजय, सुदि ३ प्रतिमा का लेख | भोयरा शेरी, पूर्वोक्त, शनिवार राधनपुर लेखांक २७५ २२२. १५३२ | वैशाख विमलसूरि सुमतिनाथ की | अजितनाथ बुद्धिसागरसूरि, सुदि ५ के पट्टधर धातु की प्रतिमा जिनालय, पूर्वोक्त, भाग १, सोमवार बुद्धिसागरसूरि का लेख अहमदाबाद लेखांक १०५२ जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास www.jainelibrary.org
SR No.003615
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages698
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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