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________________ Jain Education International 2১০১ For Private & Personal Use Only क्रमाङ्क संवत् | तिथि /| आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ । प्राप्ति स्थान । संदर्भग्रन्थ मिति स्तम्भलेख १७९. |१५१६ / वैशाख श्रीसूरि (?) नमिनाथ की सुमतिनाथ मुख्य बुद्धिसागरसूरि, वदि १ धातु की प्रतिमा बावन जिनालय, पूर्वोक्त, भाग २, पर उत्कीर्ण लेख मातर लेखांक ४८० १८०. १५१६ | वैशाख । मुनिचन्द्रसूरि के संभवनाथ की पद्मप्रभ जिनालय, नाहर, पूर्वोक्त, वदि ११ पट्टधर वीरसूरि | प्रतिमा का लेख चूड़ी वाली गली, भाग २, शुक्रवार लखनऊ लेखांक १५५१ १८१. १५१६ बुद्धिसागरसूरि के | जीवंतस्वामी पार्श्वनाथदेरासर, बुद्धिसागरसूरि, पट्टधर विमलसूरि | शांतिनाथ की अहमदाबाद पूर्वोक्त, भाग १, प्रतिमा का लेख लेखांक १०८१ १८३. १५१७ | माघ प्रद्युम्नसूरि | अजितनाथ की वीर चैत्य के लोढ़ा, पूर्वोक्त, सुदि १० प्रतिमा का लेख अन्तर्गत आदिनाथ लेखाङ्क ४४ बुधवार चैत्य, थराद जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास www.jainelibrary.org
SR No.003615
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages698
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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