________________
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
क्रमांक संवत्
१.
२.
१५२०
तिथि/ मिति
चैत्र
सुदि ५ सोमवार
ग्रन्थ का
नाम
मूल प्रशस्ति
प्रतिलेखन
प्रशस्ति
किरातार्जुनीय - मूल प्रशस्ति
अवचूरि
१५२० माघ सुदि क्रियाकलाप |५ गुरुवार
प्रतिलेखन प्रशस्ति
प्रशस्तिगत प्रतिलिपि
आचार्य /
कार
मुनि का नाम
संदर्भ ग्रन्थ
जयप्रभसूरि जयप्रभसूरि Catalogue of
Sanskrit and
Prakrit Mss :
Muniraja Shree Punyavijayaji's Collection, Ed. A.P. Shah, | Ahmedabad - 1963-68 A. D.
जयप्रभसूरि एवं जयप्रभसूरि वही,
उनके शिष्य पूर्णकलश
क्रमांक ६०३३,
पृ० ३८८
९६८
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास