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क्रमाङ्क संवत्
१६२.
१६३.
१६४.
१६५.
तिथि
१५७९ वैशाख
सुदि ५ सोमवार
१५७९ वैशाख
सुदि ५ सोमवार १५८० वैशाख
सुदि ५
शनिवार
१६१७ पौष
सुदि १३ सोमवार
आचार्य का नाम
धर्मवल्लभसूरि
के पट्टधर धर्मविमलसूरि
श्रीसूरि
धर्मविमलसूरि
उदयरत्नसूरि
प्रतिमालेख / स्तम्भलेख
अजितनाथ की
धातु की प्रतिमा
का लेख
श्रेयोसनाथ की
धातु की प्रतिमा
का लेख
चन्द्रप्रभ की धातु
की प्रतिमा का
लेख
"
प्रतिष्ठा स्थान
धर्मनाथ जिना०,
राधनपुर
पार्श्वनाथ देरासर,
लाडोल
वीर जिनालय,
नांदिया
शांतिनाथ देरासर,
कनासा पाडो,
खंभात
संदर्भ ग्रन्थ
मुनि विशालविजय,
पूर्वोक्त,
लेखांक ३३७
बुद्धिसागरसूरि, पूर्वोक्त, भाग १, लेखांक ४५२
आबू, भाग-५, लेखांक ४६५
बुद्धिसागरसूरि, पूर्वोक्त, भाग २,
लेखांक २९७
८८४
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास