SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 654
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International धर्मघोषगच्छ For Private & Personal Use Only क्रमाङ्क संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ । प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ स्तम्भलेख १८५. | १५३४ / चैत्र मंदिर के रंगमंडप महावीर जिनालय, मुनि जयन्तविजय, वदि १० की दाहिने और जीरावला आबू, भाग ५, गुरुवार द्वितीय स्तंभ पर लेखांक १७५ उत्कीर्ण लेख १८६. | १५३४ मार्गशीर्ष | धर्मसुन्दरसूरि के विमलनाथ की | आदिनाथ जिनालय, नाहर, पूर्वोक्त, | वदि ५ | पट्टधर प्रतिमा का लेख | नागौर भाग २, लक्ष्मीसागरसरि लेखांक १३१८ १८७. | १५३५ माघ लक्ष्मीसागरसूरि | कुंथुनाथ की शांतिनाथ जिनालय, विनयसागर, सुदि ९ प्रतिमा का लेख | रतलाम पूर्वोक्त, भाग १, लेखांक ७९३ १८८. १५३५ | मार्ग पद्मशेखरसूरि के | पार्श्वनाथ की शीतलनाथ जिनालय, नाहर, पूर्वोक्त, वदि १२ पट्टधर प्रतिमा का लेख | उदयपुर भाग- २, पद्माणंदसूरि लेखांक १०९८ एवं www.jainelibrary.org
SR No.003614
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages714
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy