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________________ Jain Education International चैत्रगच्छ For Private & Personal Use Only क्रमाङ्क संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ । प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ स्तम्भलेख १७. १३३३ | माघ । देवचन्द्रसूरि के स्तम्भ लेख जैन मंदिर, रत्नपुर, नाहर, पूर्वोक्त, सुदि १ पट्टधर | मारवाड़ भाग १, अमरचन्द्रसूरि लेखांक ९३५ १८. १३३४ | वैशाख भद्रेश्वरसूरि जिनप्रतिमा पर पंचायती मंदिर, विनयसागर, संपा० सुदि ५ के शिष्य उत्कीर्ण लेख जयपुर प्रतिष्ठालेखसंग्रह, गुरुवार नरचन्द्रसूरि भाग-१,लेखांक ८६ १९. |१३३४ / वैशाख देवभद्रसूरि के | कायोत्सर्ग जैन मंदिर, तिवारी, नाहर, पूर्वोक्त, सुदि ५ के संतानीय | जिनप्रतिमा पर सिरोही भाग २, गुरुवार पं० सोमचन्द्र उत्कीर्ण लेख लेखांक २०९० २०. |१३३५ | चैत्र पद्मचन्द्रसूरि | शालिभद्रसूरि | पार्श्वनाथ देरासर, बुद्धिसागर, वदि ५ के पट्टधर | की प्रतिमा पर लाडोल पूर्वोक्त, भाग १ रविवार शालिभद्रसूरि | उत्कीर्ण लेख लेखांक ४५६ www.jainelibrary.org ४४९
SR No.003614
Book TitleJain Shwetambar Gaccho ka Sankshipta Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2009
Total Pages714
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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