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कृष्णर्षि गच्छ
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धनचन्द्रसूरि, कमलकीर्ति आदि
[वि० सं० १६१६, प्रतिमालेख] अभिलेखीय साक्ष्यों द्वारा कृष्णर्षिगच्छ की एक कृष्णर्षितपाशाखा का भी पता चलता है। इस शाखा से सम्बद्ध वि० सं० १४५० से वि० सं० १५१० तक के प्रतिमालेख प्राप्त हुए हैं। इनका विवरण इस प्रकार है :
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