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क्रमाङ्क | संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/ प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ
स्तम्भलेख १३७. | १५७३ | आषाढ़
आदिनाथ की पहले यह प्रतिमा चारजैनतीर्थो, सुदि ५
प्रतिमा का लेख | मातर ग्राम में थी, मुनि विशालविजय, गुरुवार
परन्तु अब लेखांक ९, तथा अरनाथ जिनालय | बुद्धिसागरसूरि, जीरारवाडो, खंभात पूर्वोक्त, भाग २,
| लेखांक ७६९ १३८. | १५७९ | वैशाख कक्कसूरि । | पार्श्वनाथ की धातु | वीर जिनालय नाहर, पूर्वोक्त, . सुदि ७
प्रतिमा का लेख । पुरानी मंडी, भाग १, बुधवार
जोधपुर
लेखांक ६०३ १३९. | १५९५ / वैशाख
अजितनाथ की बृहत्खरतगच्छ का वही, सुदि ४
पंचतीर्थी का उपाश्रय, जैसलमेर | भाग ३, गुरुवार लेख
लेखांक २४८८
में है।
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
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