________________
| प्रतिष्ठा स्थान | संदर्भ ग्रन्थ
Jain Education International
क्रमाङ्क |संवत् | तिथि | आचार्य का नाम | प्रतिमालेख/
स्तम्भलेख १०१. |१५१७
पूर्णदेवसूरि मुनिसुव्रत की
प्रतिमा का लेख
धर्मनाथ देरासर, अहमदाबाद
वही, भाग १, लेखाङ्क ११३१
देवरत्नसूरि
For Private & Personal Use Only
हेमरत्नसूरि
१०२ | १५१८ | ज्येष्ठ ।
सुदि २
शनिवार १०३. | १५१८ | माघ
सुदि ५
गुरुवार १०४. | १५१९ | ज्येष्ठ
वदि १ गुरुवार
संभवनाथ की महावीर जिनालय, वही, भाग-२ चौबीसी प्रतिमा चौकसीपोल, खंभात लेखाङ्क ८२७ का लेख | पद्मप्रभ स्वामी की पार्श्वनाथ जिनालय, मुनि विशालविजय, पंचतीर्थी प्रतिमा | राधनपुर
पूर्वोक्त, का लेख
लेखाङ्क २१६ धर्मनाथ की मोतीसा की टूक, मुनि कंचनसागर पंचतीर्थी प्रतिमा शत्रुञ्जय पूर्वोक्त, का लेख
लेखाङ्क ४६२
जैन श्वेताम्बर गच्छों का संक्षिप्त इतिहास
देवरत्नसूरि
www.jainelibrary.org