________________
३२५
पट्टावलीसमुच्चय, द्वितीय भाग, संपा०- मुनि ज्ञानविजय (त्रिपुटी), प्रका०- श्री चारित्र स्मारक ग्रन्थमाला, अहमदाबाद १९५० ई०.
प्रतिष्ठालेखसंग्रह, संपा० - विनय सागर, प्रका०- सुमति सदन, कोटा १९५३ ई०. प्राचीन जैनलेखसंग्रह, भाग २, संपा० मुनि जिनविजय, प्रका० - श्री जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर १९२१ ई०.
प्राचीनतीर्थमालासंग्रह, संशोधक- विजयधर्मसूरि, प्रका०
यशोविजय जैन ग्रन्थमाला,
भावनगर वि० सं० १९७८. प्राचीनलेखसंग्रह: संपा०- मुनि विद्याविजय, प्रका० यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, १९२९ ई०.
प्राचीनस्तवनरत्नसंग्रह, भाग १ - २, संशोधक- पंन्यास मुक्ति विमलगणि, श्रेष्ठिवर्य जमनाभाई भगुभाई, अहमदाबाद १९१७ - २४ ई०. बीकानेरजैनलेखसंग्रह, संग्रा०- संपा०- अगरचन्द भँवरलाल नाहटा, प्रका०- नाहटा ब्रदर्स, कलकत्ता १९५५ ई०.
भानुचन्द्रगणिचरित, रचनाकार- सिद्धिचन्द्रगणि, संपा०- मोहनलाल दलीचंद देसाई, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, अहमदाबाद - कलकत्ता १९४१ ई०.
महामात्य वस्तुपाल का साहित्यमंडल और संस्कृत साहित्य में उसकी देन, लेखकभोगीलाल ज० सांडेसरा, प्रका० - जैन संस्कृति संशोधन मंडल, वाराणसी १९५९ ई०. महावीर जैन विद्यालय रौप्यमहोत्सव अंक, संपा०- मोतीचंद गिरधरदास कापड़िया तथा अन्य, प्रका०- महावीर जैन विद्यालय, मुम्बई १९५१ ई०.
महावीरजैनविद्यालय सुवर्णमहोत्सव अंक, भाग १ - २, संपा०- आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये तथा अन्य, प्रका०- महावीर जैन विद्यालय, मुम्बई १९६८ ई०. मालवांचल के जैन लेख, संग्रा० - श्री नन्दलाल लोढ़ा, प्रका०- कावेरी शोध संस्थान, उज्जैन १९९५ ई०.
मन्त्राधिराजचिन्तामणि- अनेक जैनचार्यविरचित जैनस्तोत्रसन्दोह, भाग २, प्रका०श्रीसाराभाई मणिलाल नवाब अहमदाबाद १९३६ ई०.
मुगल सम्राटों की धार्मिक नीति पर जैन सन्तों का प्रभाव, लेखिका कु० नीना जैन, प्रका० - श्री काशीनाथ सराक, श्री विजय धर्म सूरि समाधि मंदिर, शिवपुरी १९९१ ई० यतीन्द्रसूरि अभिनन्दनग्रन्थ, संपा०- पं० लालचन्द भगवानदास गांधी तथा अन्य, प्रका०श्री सौधर्म बृहत्तपागच्छीय संघ, फालना १९५८ ई०.
राधनपुर प्रतिमालेखसंग्रह, संपा० मुनि विशालविजय, प्रका०- यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, भावनगर १९६० ई०.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
भावनगर
प्रका०
www.jainelibrary.org