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V उद्भव ( प | स्थापय् ) उवदुर्वेति ज ३२२०८, ५५ उतिज ३११२० उबटुबेह १५४३।२०७ उ १।१७ उववेत्ता (उपस्थाप्य) : १।१७ उद्या (उपस्थायिन् ) उवासाला (उपस्थानशाला ) ३५,१२,१७, २१,२०,२४,४१,४६,५८,६६,७४,७७, १३५, १४७.१५१,१७७,१८,२१६३ १११६.४१, ४२,१२६,४११२:१६
३।३२।१
उवयि ( उपस्थित ) उ ११२०
उचकी (उप + णी) उवणे व १२६,३६,४०, १८७,५६,६४,०२,१३३, १४५,१५१ उवर्णेति न ३३८१,१२६,५१६१ ३ ११४५ उवणेह
११४४
अवयवयण ( उपनीतापनीत वचन ) प १११८६
उवणीयवयण ( उपनीतवचन ) प ११८६ उवत्ता (उपनी ) ३११२६ उत्थापया (उपस्थानिका) १२६,३६,४७, ५६.१३६,१३८५.१४५३११२३
जव (न्) उदम ५५३,५८ १२१४० ११२३ उवति) ज ५१५७ राति सू २०१२ उयण (दर्शन) वा उपसित (उपदर्शयितुम् )२१११२ पतिता (उदर) ३१२१४१५ उदय (उपदति ) प १११२ उवदा (उपदश्यं ) प ५५८ स्वयंसेमाण ( उपदर्शयत् ) प ३४४२२ ज ५३४४ सू २०१३
उठिदिष्ट ) प १०१०११४ च ११३
उदिम (उप दिश्) उदिगइ प २२६४ उबदिसिता (उपदिश्य ) प ६४
उपाय ( उपद्रव) ज २१४०३।१०५ उवपयाण ( उपप्रदान) १।३१ १४१०१११४
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उद्वव उवला लिज्जमाण उबभोग ( उपभोग ) ज २११४६ उवभोगंतराय (उपभोगान्तराय) प २३।२३ उमा ( उपमा ) प २।६४।१७:३५।२५,२६
ज ३२४८४३७२, ४५२, १३११४ उ ३६८ उवयार (उपचार) प २/३०,३१,४१ ज २ १०, १५,६५,३७,१२,८८,१३८४११६६,५७, ५८,७१३३११ सू २०१७ उवयारियालयण ( उपकारिकालयत) ज ४|११८ उवर क्खिय ( उपरक्षित ) प २२३०,३१,४१ उवरि (उपरि ) प १२१ से २७,३० से ३६,४१ मे ४३,४६,१२/३२ ज १४३५, ४ । १५६।१, २१३,२१६
उवरितल ( उपरितल) ज ४१४२११,२,४१२१३ उवरिम ( उपरितन ) प २२७३,६२११ उवरिमरिमगवेज्जग ( उपरितनोपरितनग्रैवेयक )
१।१३७,४१२६१ से २६३७२८ २८६५ उवरिमगवेज्जग (उपरितनग्रैवेयक) २६२; ३११८३,६/४१,५६,२०१६१३३।१७ उafरमवेज्जय ( उपरितनग्रैवेयक ) प २०१६१ उवरिममज्झिम (उपरितनमध्यम ) प २८३६४ उवरिममज्झिमगेवेज्जग ( उपरितन मध्यम वेयक )
प ११३७४२८८ से २६०७।२७ उवरिमठिम (उपरितनाधस्तन) १२८३९३ उवरि महेट्ठिमगेवेज्जग ( उपरितनाधस्तन ग्रैवे. क ) १११३७,४।२८५ मे २८७९७१२६
उवरिल्ल ( उपरितन ) प २०६४ : ५११३९,१३४,
१३६,१४०, १४३, १६६,१६,१८१,१८४, १६३,१६७,२००,२२८, २३४,१६।३४; २२/५१,७०,७१,७४ ज २१११३,४१२५३, २५६, २५६,७१७३ से १७५ १८१ उवरिलय ( उपरितन ) प २८३१४३ उवल (उपल) प १३२०१ ज ४।२५४ उवलद्ध (उपलब्ध) प १११०१।६ उ ३।१०१ उवलालिज्जमाण ( उपलालयमान) ज ३१८२,१८७,
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