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अट्ठअसीय-अदृहत्तर
१६,१८,३५११८, २०,२३, ३६१८०,८१,८३, ८८ ६२,६४, ज १।११,४५,४७, ५१; २१७, १८, २१ से २३, २५, २६, ३० से ३३, ३५ से ४०,४२,४३,५२,५६,१५६.१६१:३।१ ६,६१,६८,१०६. १०७, ११३, ११४,१८, १६६,२०६,२२६, ४१६, २२,३४,३७,४१,५१, ५३, ५४,६०,६१,६४,७०, ७६,७६, ८१, ८५, ८६,८६,६०,६३,६७,१०२,१०७,१०८, ११०, ११३,१४१,१४२,१४६,१५१,१५६,१६१, १६६, १७७,१८०, १८४, १८६, १८८, ११३, ११६, १६६,२००,२०३,२०५,२०६, २०६ से २११,२६१, २६४,२६६,२७०,२७२,२७३, २७६, २७७, ५।२७,७११६६, १८४, १८५, २०६, २१३,२१४ सू १६ २,४,६,१८।२२ उ ११४, ८,१७,२३, २४, ३७ से ४०, ४२, ४३, ५५, ५७, ५८,६७,८०, ८२, ८३,८८,६६, १००, १०२, १०४,१०७, ११५, ११७,११६,१२०, १२२, १२७,१४२,१४३; २।१, ३, १४, १५,२१,३३१, ३,१३,१६,२०,२२,२३,२६,३८,४०,४२,४४, ५६,६१,७७,८७,८८,१०२,१०७,११६ से ११८,१२३, १४०, १४७, १५३, १५४, १६०, १६६,१६७,१७०,४१,११,२७,५१, ३, १५,
३८,४३,४४
अट्ठअसीय ( अष्टाशीति) सू १८ । १ अट्ठक( अटक) सू १३५,६
अट्ठण्णय ( अष्टकणिक) ज ३२६४, १३५, १५८ अट्ठछत्ताल (अष्टचत्वारिंशत् ) सू १०।१४६ अजोयfणय ( अष्टयोजनिक ) प २०६४ अट्ठतरि (अष्टमप्तति ) सू ४५ अट्ठतीस ( अटत्रिंशत् ) प २३८ ज ११२० सू. १०/१५२ उ ३।१२ अट्ठपंचासत (अष्टपञ्चाशीति) सू १२१३ अपदेसिय ( अप्टप्रदेशिक ) प १०।१३,१४ अट्ठपिट्ठनिट्ठिया ( अटपिटनिष्ठिता) प१७११३४
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अट्ठभाग (अष्टभाग ) प ४११७१,१७३, १७४,
१७६,२०१,२०३,२०४,२०६, ज २२५६; ४१२१५;७।१६५,१६६ सू १८/२५, २६,३४,३६ अट्टम (अष्टम ) प ३६८५,८७ २२७१४२११ ५।१०; ७ ६७ मृ १० ७७१२।१७,१३८ उ २११०,२२, ३११४, ८३.१५०, १६१,४१२४; ५१२८,३६,४३
अट्ठमंगलग (अष्टमंगलक ) ज ३।१७८, २०२, २१७,४१२८, ११५, १३८, १५८, ५३४३, ५८ अट्ठमंगलय (अष्टमंगलक) ज ३३१२,८८, ४।१२५ अट्टमभक्त (अष्टमभक्त ) प २८।५० ज ३१२०,
२१,२८,३३,३४,४१,४६,५४,५५,५८,६३, ६४,६६,७१,७२,७४,८४,८५,१११, ११२, ११३,१३१, १३७ से १३६, १४३, १४४, १४७, १६६,१६८, १८२, १८३, १८७, १६१, २१८
अट्ठमभत्तिय (अष्टमभक्तिक) ज ३१५४,६३,७१, १११,११३,१३७,१४३, १६७,१६०
अट्ठमी (अष्टमी) ज ७ । १२५ अट्ठया (अर्थ) भू १७११;२०११ उ ३४४ अट्ठवह (अष्टविध ) प ११४,१३२,१३ २६;
२१।५५२२/२१ से २३,२८,८३,८४,८६,८७ ६०,२३।१५,१६,२१,२२,३०,३१,५०,५८, २४।२ से १० से १३; २५०४, ५,२६१२ से ६, ८ से १०,२७१२,३, २६१२ सू ६१५ अट्ठावीस (अष्टविंशति ) प २१५६।१ अट्ठसय (अष्टशतक ) ज २०६४ अट्ठट्ठ (अटपटि ) ज ७ ३१ सू ४|४ अट्ठसट्ठि (अष्टषष्टि) ज ६।१५ अट्ठसमय (अष्टसामयिक ) प ३६३३,८५ अट्ठयमंगुलमायत (अष्टशताङ्गुलायत) ज ३।१०६
असुवण (अष्टसुवर्ण) ज ३६५, १५६ असोवण्य (अष्टयोर्वाणिक) ज ३१६४, १५८ अठहत्तर ( अष्टसप्तति ) प २।२१
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